Yamunanagar: यमुनानगर में रही है भगवान विष्णु तपस्थली, जानें इस जिले के बारे में सबकुछ
चंडीगढ़, 14 दिसंबर (ट्रिन्यू)
Yamunanagar: हरियाणा के उत्तर-पूर्वी हिस्से में स्थित यमुनानगर जिला अपनी प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक धरोहरों और औद्योगिक समृद्धि के लिए प्रसिद्ध है। शिवालिक पर्वतमाला की तलहटी में स्थित यह जिला पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यमुनानगर का पुराना नाम अब्दुल्लापुर था, और वर्तमान में यह हरियाणा के सबसे महत्वपूर्ण औद्योगिक और पर्यटन स्थलों में से एक है।
प्राकृतिक और धार्मिक महत्व
शिवालिक पर्वतमाला जिले से लगभग 30-40 किलोमीटर दूर शुरू होती हैं। जिले में सरस्वती नदी का उद्गम स्थल आदिबद्री है, जहां पर प्राचीन वैदिक मंदिर और ऐतिहासिक साक्ष्य मिलते हैं। इसी क्षेत्र में भगवान विष्णु द्वारा तपस्या करने का स्थल आदि बद्री नारायण स्थित है।
शिवालिक की ऊंची चोटियों पर माता मंत्रा देवी और आदि केदार मंदिर जैसे धार्मिक स्थल हैं। इसके अलावा, चनेटी गांव में महात्मा बुद्ध का स्तूप, खिजराबाद के पास लाला वाले पीर की मजार, और बिलासपुर के समीप कपाल मोचन तीर्थ जैसे स्थल जिले की ऐतिहासिक और धार्मिक धरोहर को प्रकट करते हैं।
जिले के अन्य महत्वपूर्ण स्थलों में कालेश्वर महादेव, सतकुम्भा तीर्थ और सरस्वती नगर का सरस्वती धाम शामिल हैं। यमुनानगर शहर में चिट्टा मंदिर, गुरुद्वारा थड़ा साहिब, संतपुरा गुरुद्वारा और जंगला वाली माता का मंदिर भी प्रसिद्ध हैं।
पर्यटन स्थलों की विविधता
यमुनानगर जिला न केवल धार्मिक स्थलों के लिए बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य के लिए भी प्रसिद्ध है। हर्बल नेचर पार्क, छिहारपुर में औषधीय पौधों के संरक्षण और विकास के लिए बनाया गया है। कलेसर वन्य जीवन अभ्यारण्य, जो 11,570 एकड़ में फैला है, शिवालिक की गोद में स्थित है और यहां कई प्रकार के वनस्पति और जीव-जंतु मिलते हैं।
चनेटी गांव में अशोक द्वारा निर्मित बौद्ध स्तूप और पंचमुखी हनुमान मंदिर जैसे स्थल धार्मिक और ऐतिहासिक पर्यटन को बढ़ावा देते हैं।
आर्थिक और औद्योगिक योगदान
यमुनानगर राज्य का दूसरा सबसे बड़ा राजस्व उत्पन्न करने वाला जिला है। यह शहर प्लाईवुड उद्योग के लिए प्रसिद्ध है और यहां चीनी मिल, पेपर मिल, स्टील फैक्ट्री, और भारी मशीनरी निर्माण इकाइयां स्थित हैं। हाल ही में रिलायंस समूह ने यहां एक थर्मल प्लांट स्थापित किया है, जो जिले की औद्योगिक क्षमता को और बढ़ाता है।
जगाधरी, यमुनानगर का एक उपक्षेत्र, पीतल और स्टेनलेस स्टील के बर्तन उद्योग के लिए प्रसिद्ध है। यहां का बर्तन बाजार और लकड़ी का व्यापार बहुत बड़ा और महत्वपूर्ण है।
ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर
यमुनानगर में सिखों की पहली राजधानी, लौहगढ़ साहिब स्थित है, जिसे बंदा बहादुर से जोड़ा जाता है। इसके अतिरिक्त, कपाल मोचन तीर्थ और पंचतीर्थी धाम जैसे स्थल पौराणिक काल की याद दिलाते हैं।
पर्यटन और संस्कृति में योगदान
जिले की सीमा पर स्थित माता बाला सुंदरी का मंदिर और सिद्धपीठ शाकम्भरी देवी का मंदिर धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं। पौंटा साहिब, जो यमुना नदी के किनारे स्थित है, भी यहां से कुछ ही दूरी पर है।
जनसंख्या और शिक्षा
2011 की जनगणना के अनुसार, यमुनानगर की जनसंख्या 12,14,162 है, और इसका साक्षरता दर 78.90% है। जिले में 7 ब्लॉक और 655 राजस्व गांव हैं।
(फोटो स्रोतः हरियाणा सरकार की वेबसाइट से)