महिलाएं बिना किसी डर के करें यात्रा, पीछे रहेगी पुलिस !
चंडीगढ़, 25 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा की महिलाओं व बेटियों के लिए अच्छी खबर है। अब उनकी सुरक्षा की चिंता हरियाणा पुलिस करेगी। इमरजेंसी सेवाओं के लिए शुरू किए गए डायल-112 को हाईटेक किया गया है। पुलिस इसके तहत ‘सेफ जर्नी’ यानी सुरक्षित यात्रा कॉन्सेप्ट शुरू कर रही है। माना जा रहा है कि पुलिस की यह पहल महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गेम चेंजर साबित होगी। इस पहल के अंतर्गत महिलाएं अपनी यात्रा को लेकर पहले ही डायल-112 पर शेड्यूल कर सकेंगी।
मसलन, अगर किसी महिला या युवती को एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन जाना है तो वह इस संदर्भ में पहले ही डायल-112 पर सूचित करेगी। इसके बाद महिला पुलिस द्वारा उसके गंतव्य तक पहुंचने तक उसे ट्रैक किया जाएगा। अगर बीच में किसी तरह की अनहोनी होती है तो इसकी सूचना तुरंत पुलिस को मिलेगी।
डीजीपी शत्रुजीत कपूर का मानना है कि इस अभियान से महिलाओं में सुरक्षा भावना को और अधिक बल मिलेगा और वे सफ़र करते समय अपने आप को सुरक्षित महसूस कर सकेंगी।
बुधवार को डायल-112 कार्यालय में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक में इस कॉन्सेप्ट को लेकर चर्चा की गई। कपूर ने कहा कि महिला सुरक्षा पुलिस विभाग की प्राथमिकताओं में से एक हैं। हमारा प्रयास है कि प्रदेश में महिलाएं घरों से बाहर भी अपने आप को सुरक्षित महसूस करें। अब महिलाएं 112 डायल करके अपने आप को रजिस्टर करते हुए एडवांस में अपनी यात्रा संबंधी जानकारी हरियाणा 112 की टीम के साथ शेयर कर सकेंगी।
इसके लिए महिलाएं अपनी डिटेल- नाम, मोबाइल नंबर, प्लेस ऑफ डिपार्चर, प्लेस ऑफ अराइवल, एक्सपेक्टेड टाइम ऑफ डिपार्चर व अराइवल आदि जानकारी साझा करेगी। इसके बाद हरियाणा 112 की टीम महिला के संपर्क में रहेगी। इस दौरान टीम के सदस्यों द्वारा लोकेशन ट्रैक की जाती रहेगी। बैठक में एडीजीपी टेलीकॉम-आईटी अरशिन्दर चावला ने बताया कि महिलाओं को सुरक्षित वातावरण देने के लिए व्हाट्सएप नंबर पर भी काम किया जा रहा है।
इसके माध्यम से प्रदेशवासियों को समय-समय पर हरियाणा 112 के बारे में अपडेट किया जाता रहेगा।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में महिलाओं को सुरक्षित वातावरण देने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट जैसे- ओला, उबर तथा ऑटो आदि पर भी हरियाणा पुलिस द्वारा स्टिकर लगाए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि 31 अक्तूबर तक प्रदेश में अधिकांश जिलों के ऑटो चालकों तथा पब्लिक ट्रांसपोर्ट का डेटाबेस तैयार हो जाएगा। बैठक में बताया गया कि सितंबर 2023 में हरियाणा-112 के माध्यम से 5 लाख 22 हजार से अधिक कॉल प्राप्त हुई है।