सिर पर गठरी, घोड़ी पर सवार, जिला पार्षदों ने निकाला रोष मार्च
सोनीपत, 23 अक्तूबर (हप्र)
जिला पार्षदों ने बुधवार को नगर निगम पार्षदों की तर्ज पर कार्य करने की पावर देने व उन्हें ग्रांट मुहैया करवाने की मांग को लेकर घोड़ी पर बैठकर रोष मार्च निकाला। जिला पार्षद संजय बड़वासनी घोड़ी पर बैठकर सिर पर गठरी रखे साथी जिला पार्षदों के साथ रोष जताते हुए पुलिस लाइन से अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय स्थित डीआरडीए हॉल तक पहुंचे। साथ ही चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
जिला पार्षद संजय बड़वासनी ने कहा कि सिर पर गठरी रखने का मतलब यह है कि सभी जिला पार्षदों पर उनके क्षेत्र के 16 से 20 गांवों में विकास कार्य कराने का बोझ है। उन्हें इन गांवों में विकास के लिए सांसद व विधायक की तर्ज पर वर्ष में एक बार कोटा दिया जाए, जिससे वह गांवों में विकास कार्य करवा सकें। विकास कार्यों के लिए सरकार की ओर से बहुत कम ग्रांट दी जा रही है। उनकी सरकार से मांग है कि प्रत्येक पार्षद को ग्रांट के अतिरिक्त एक करोड़ रुपये मुहैया करवाए जाएं।
अपने ही सम्मान की लड़ाई लड़ रहे...
जिला पार्षद संत कुमार ने कहा कि उन्हें आज अपना सम्मान बचाने के लिए लड़ाई लडऩी पड़ रही है। जब सरपंचों को ग्रांट के साथ 20 लाख रुपये तक के विकास कार्य करवाने की छूट दी गई है तो जिला पार्षदों को भी न्याय दिया जाए। उनकी मांग है कि उन्हें भी नगर निगम पार्षदों की तरह ग्रांट मुहैया करवाई जाए ताकि वह विकास कार्यों को गति प्रदान कर सकें। उनके साथ देवेंद्र, कुलदीप, राजेश, यशपाल, विकास, जयसिंह ठेकेदार, सुरेंद्र मलिक, रवि इंदौरा समेत अन्य जिला पार्षद भी मौजूद रहे।