शीतकालीन सत्र आज से तपोवन में
ज्ञाान ठाकुर/रविंद्र वासन
शिमला/धर्मशाला, 17 दिसंबर
हिमाचल विधानसभा का चार दिवसीय शीतकालीन सत्र बुधवार से धौलाधार की तलहटी में बसे धर्मशाला के तपोवन में शुरू होगा। चार दिवसीय शीतकालीन सत्र को लेकर विधानसभा सचिवालय ने तमाम तैयारियां पूरी कर ली हैं। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने सदन के संचालन को लेकर मंगलवार को धर्मशाला के विधानसभा परिसर में सुरक्षा व अन्य बंदोबस्त का जायजा लिया।
धौलाधार की पहाड़ियों में बर्फबारी की वजह से बेशक धर्मशाला में कंपकंपा देने वाली ठंड महसूस की जा रही है, मगर शीतकालीन सत्र के दौरान मुद्दों की पूरी गरमाहट महसूस की जाएगी। सत्तापक्ष को घेरने के लिए विपक्ष पूरी तरह से तैयार है। विपक्ष के पास जंगली मुर्गा, समोसा, टॉयलेट टैक्स, खाली पदों को समाप्त करना तथा मंत्रिमंडल की मंजूरी के साथ नए कार्यालय खोलना जैसे मुद्दे हैं। प्रदेश में भारी आर्थिक संकट और सरकार की खस्ताहालत भी विपक्ष का प्रमुख मुद्दा होगा क्योंकि विपक्ष इस मुद्दे पर पहले से ही माहौल को काफी गरमा चुका है। विपक्ष का आरोप है कि सरकार के पास अपने कर्मचारियों को वेतन और पेंशनरों को पेंशन देने तक के लाले पड़े हुए हैं। ऐसे में विपक्ष शीतकालीन सत्र के दौरान इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाकर जनता के बीच सरकार की फजीहत करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहेगा।
सरकार के दो साल का कार्यकाल पूरा होने पर राज्यपाल को सौंपे गए ज्ञापन में इंगित मुद्दों को भी विपक्ष सदन में प्रमुखता से उठाएगा। विपक्ष ने अपने आरोपपत्र में सरकार पर कुल 24 आरोप लगाए हैं और इन मुद्दों पर सरकार के विफल रहने की बात कही है।
सदन में प्रश्नकाल के साथ-साथ नियम 101 के तहत भी चर्चा प्रस्तावित है। प्रश्नकाल के दौरान एनपीएस के बाद ओपीएस में शामिल कर्मचारियों के साथ-साथ खाली पदों को समाप्त करने के अलावा जल शक्ति, लोक निर्माण, स्वास्थ्य व शिक्षा विभाग से जुड़े मुद्दों को लेकर विपक्ष सरकार को घेरेगा।
सर्वदलीय बैठक में नेता प्रतिपक्ष नहीं रहे मौजूद
शीतकालीन सत्र के सुचारू संचालन को लेकर मंगलवार को तपोवन में विधानसभा परिसर में अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने सर्वदलीय बैठक बुलाई। सत्तापक्ष की तरफ से संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान और उप मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया उपस्थित रहे, जबकि विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर व्यस्तता के चलते इस बैठक में उपस्थित नहीं हो पाए। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने दोनों पक्षों से सत्र के संचालन में सहयोग व सदन का वक्त जनहित में व्यतीत करने का आग्रह किया।
पहली बार होगा शून्यकाल
धर्मशाला के तपोवन में 18 से 21 दिसंबर तक चलने वाला शीतकालीन सत्र इस बार कई मायनों में महत्वपूर्ण रहेगा। इसका पहला कारण यह है सत्र में पहली बार राष्ट्रीय ई-विधान एप्लीकेशन (नेवा) का प्रयोग किया जाना। दूसरा विधानसभा में पहली बार शून्यकाल (जीरो ऑवर) की व्यवस्था शुरू होगी। यह व्यवस्था प्रश्नकाल के तुरंत बाद होगी, जिसकी अवधि 30 मिनट की होगी।