ग्रामीण प्रतिभाओं को फ्री देंगे ऑनलाइन शिक्षा
पानीपत, 23 नवंबर (वाप्र)
शिक्षा, पुरातत्व एवं संसदीय कार्य मंत्री महिपाल ढांडा ने धन्यवाद दौरे के दौरान शनिवार को कुटानी व बराना में कहा कि हिंदुस्तान को जगतगुरु के सिंहासन पर बैठाना हमारा लक्ष्य है। नेताजी सुभाषचंद्र बोस व सरदार पटेल के सपनों को साकार करने के लिए सरकार गंभीरता से कार्य कर रही है। प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए भरसक प्रयास किए जा रहे हैं। पानीपत ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के विकास को लेकर 42 सौ करोड रुपए से ज्यादा की राशि खर्च की जा चुकी है। शिक्षा के क्षेत्र में प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए सरकार नई शिक्षा नीति लेकर आई है। जिसमें प्रतिभाओं का हनन नहीं होगा उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होगा। नई शिक्षा नीति हर भाषा में है। पहले भाषा की वजह से प्रतिभाएं आगे नहीं बढ़ पाती थी। युवा अपने लक्ष्य को पूरा नहीं कर पाते थे। अब ऐसा नहीं होगा। नई शिक्षा नीति में इस पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है। मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा कि हरियाणा को शिक्षा का हब बनाने के लिए कार्य किया जा रहा है। सरकारी स्कूलों में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। जहां-जहां खामियां कमियां दिखाई दे रही है उन पर पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने अभिभावकों से निवेदन किया कि वह ज्यादा से ज्यादा संख्या में सरकारी स्कूलों में बच्चों को डालें ताकि उनका भविष्य स्वर्णिम हो सके। शिक्षा मंत्री ने कहा कि जो बच्चे प्रतिभाशाली हैं उन्हें गांव में ऑनलाइन शिक्षा माध्यम से बड़ी परीक्षाओं के लिए तैयार किया जाएगा। उन्हें यह शिक्षा मुफ्त में दी जाएगी। अब अभिभावकों को महंगे इंस्टिट्यूट की तरफ नहीं देखना होगा। गांव में 40-40, 50-50 बच्चों का ग्रुप बनाकर उन्हें बड़ी परीक्षाओं के लिए तैयार किया जाएगा ताकि वे एमबीबीएस या पीएमटी की तैयारी घर बैठ कर सके। शिक्षा में इस तरह से आमूल चूल परिवर्तन किए जाएंगे कि निजी शिक्षण संस्थानों में जाने की बजाय बच्चे सरकारी स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करें। मंत्री ने लोगों से कहा कि उनके पास बुजुर्गों, महिलाओं से संबंधित कोई भी आईडिया है वह इसे शेयर कर सकते हैं। उन्होंने लोगों से बड़ी मात्रा में सुझाव देने का आह्वान किया।
बेटी बचाओ अभियान का दिखा असर
शिक्षा, पुरातत्व एवं संसदीय कार्य मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पानीपत की जमीन से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश दिया था। जिसका असर आज पूरे देश में दिखाई पड़ रहा है। वर्तमान में 1000 लड़कों के पीछे 951 बेटियां हैं। यह प्रतिशत आने वाले समय में और बढ़ेगा। हमें बेटियों का हर क्षेत्र में प्रोत्साहन करना होगा।