स्वच्छता रैंकिंग गिरी तो कूड़ा उठान में गड़बड़ी के लगे आरोप
जसमेर मलिक/हप्र
जींद, 30 जनवरी
स्वच्छता में जींद की रैंकिंग गिरी तो अब शहर में कूड़ा उठान ठेके में बड़ी गड़बड़ी के आरोप लगने लगे हैं। मंगलवार को टीम जींद सुधार के कार्यकर्ताओं ने डीसी को सौंपे ज्ञापन और पत्रकार सम्मेलन में कूड़ा उठान में बड़े घोटाले के आरोप लगाते हुए कहा कि सात साल पहले कूड़ा उठान का जो ठेका 7 लाख रुपए महीना था, वह 7 साल में 85 लाख रुपए मासिक पर पहुंच गया है।
मंगलवार को पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में पत्रकार सम्मेलन में यह आरोप लगाते हुए टीम जींद सुधार के प्रधान प्रवीण सैनी, सुनील वशिष्ठ, चंद्रकांत अंबानी, रविंद्र बहाबलपुर, सचिन शर्मा, देव जांगड़ा ने कहा कि कूड़ा उठाने का टेंडर तोल के हिसाब से है, इसलिए कमीशन के चक्कर में यह ज्यादा दिखाया जा रहा है। हर वर्ष करोड़ों रुपए कूड़ा उठाने पर खर्च होते हैं, लेकिन स्वच्छता रैंकिंग में शहर नीचे जा रहा है। टीम जींद सुधार ने मुख्यमंत्री से इस मामले में कड़ा संज्ञान लेते हुए जांच और कार्रवाई की मांग की है। टीम जींद सुधार ने कहा कि हर हाल में ठेका श्री श्याम एसोसिएट्स कंपनी को ही दिया जा रहा है। दूसरी कंपनियों को तकनीकी कारणों में उलझाकर बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है। जींद शहर में सबसे अधिक 2300 रुपए प्रति क्विंटल के रेट पर कूड़े का उठान किया जाता है।
पैसे देकर कूड़ा उठवा रहे लोग
टीम जींद सुधार सदस्यों ने कहा कि ठेकेदार की गाड़ियां केवल अनाउंसमेंट के लिए ही घूमती हैं। शहर के सेक्टरों से लोग पैसे देकर प्राइवेट लोगों से कूड़ा उठवा रहे हैं। इतना ही नहीं, जब ये प्राइवेट लोग कूड़े का निस्तारण करने जाते हैं, तो ठेकेदार डंपिंग साइट पर कूड़ा डालने की एवज में पैसे लेता है और इस कूड़े का वजन भी शहर के कूड़े में जोड़ देता है।
ठोस और गीला कचरा नहीं किया जाता अलग
सदस्यों ने आरोप लगाया कि ठेकेदार कूड़े का सही ठंग से निस्तारण भी नहीं करता है। टेंडर की शर्तों के अनुसार सूखा तथा गीला कूड़ा अलग-अलग रखना चाहिए, लेकिन ऐसा कुछ नहीं होता।
मौजूदा ठेकेदार का ठेका 6 महीने बढ़ाने की सिफारिश
शहर से हर रोज निकलने वाले कचरे के घर-घर से उठान का ठेका समाप्त हो गया है। ठेका समाप्त होने के बाद नगर परिषद प्रशासन ने वर्तमान ठेकेदार श्री श्याम एसोसिएट्स का ठेका वर्तमान रेट पर ही 6 महीने के लिए एक्सटेंड करने की सिफारिश की है। नगर परिषद प्रशासन ने श्री श्याम एसोसिएट्स के टेंडर को और 6 महीने के लिए एक्सटेंड करने की जो सिफारिश की है, उसमें कहा गया है कि ठेकेदार वर्तमान रेट पर ही घरों से कूड़ा उठवाएगा और उसे हांसी रोड पर नगर परिषद के डंपिंग स्टेशन तक पहुंचाएगा। उसके रेट में कोई वृद्धि नहीं की जाएगी।
ठेकेदार ने कहा- आरोप गलत : इस मामले में कूड़ा उठाने वाली ठेकेदार फर्म श्री श्याम एसोसिएट्स के सुरेंद्र सिवाच का कहना था कि शहर में घर-घर से कूड़ा उठाया जा रहा है। कूड़े के वजन में गड़बड़ी और प्राइवेट रेहड़ी वालों के कूड़े को नगरपरिषद के कूड़े में जोड़ने के आरोप सरासर गलत और निराधार हैं।
जींद नगरपरिषद चेयरपर्सन डॉ अनुराधा सैनी ने कहा कि शहर में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन और उठान का ठेका निर्धारित शर्तों पर दिया गया है। सफाई ठेकेदार के काम पर लगातार नजर रखी जा रही है। जितना कूड़ा उठाया जा रहा है, उसी के अनुसार भुगतान हो रहा है। ठेकेदार को किसी तरह के संरक्षण का सवाल ही पैदा नहीं होता।