चंडीगढ़, पंचकूला, जीरकपुर में भरा पानी, लोग परेशान
मनीमाजरा (चंडीगढ़), 2 जुलाई (हप्र)
शहर में मंगलवार को हुई मानसून की पहली बारिश ने नगर निगम के प्रबंधों की पोल खोल दी। हालांकि बारिश के बाद लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिली लेकिन बारिश के चलते लोगों को अच्छी खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग का 29 और 30 जून को चंडीगढ़ के मानसून पहुंचने का अनुमान था, लेकिन 2 जुलाई को बदरा बरसे। पिछले 24 घंटे में अधिकतम तापमान में 2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिन शुक्रवार तक बारिश और तेज हवाओं की आशंका जाहिर की थी। तीनों दिन आसमान में बादल छाए रहेंगे। तापमान में ज्यादा कोई बदलाव नहीं देखा जाएगा। मौसम विभाग के अनुसार आज अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहा।
बारिश के चलते पानी की पाइप लाइन डालने के लिए खोदी गई मनीमाजरा की सड़कों पर वाहन फंसे रहे । आवाजाही करने वालों को दिन भर परेशान होना पड़ा। मनीमाजरा रेजीडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान चितरंजन चंचल, मनीमाजरा व्यपार मंडल के प्रधान मलकीत सिंह ने कहा कि मनीमाजरा के ओल्ड रोपड़ रोड पर समाधि गेट के पास मंगलवार को हुई बारिश में बस फंस गई। उन्होंने बताया नगर निगम ने रोड गलियों की यहां प्रयाप्त सफाई नहीं की जिससे मोटर मार्केट मेंं भी कई जगह पानी भरा रहा। मोरीगेट बाजार के प्रदीप बागरा ने कहा कि नालियों की सफाई न होने के कारण बारिश के पानी ने परेशानी पैदा की। शिअद के सुरजीत सिंह राजा और समाजसेवी गुरजिंद्र भोला ने बताया कि पिपलीवाला टाउन सड़क पर पाइप लाइन डालने के लिए खोदी गई सड़क पर भी वाहन फंसे रहे।
पंचकूला में चौराहों पर भी भर गया पानी
पंचकूला (हप्र) : पंचकूला के सेक्टर 20 में भी बारिश ने नगर निगम के प्रबधों की पोल खोल कर रख दी। समाजसेवी योगेंद्र क्वायत्रा ने बताया कि सेक्टर में रोड गलियों के बंद होने के कारण जगह-जगह बारिश का पानी सड़कों पर रुक गया। उन्होंने कहा कि अभी तो यह पहली ही बारिश थी। पूरे मानसून में पता नहीं क्या होगा। सड़कों पर पानी के पाइप पड़े होने के कारण भी लोग परेशान रहे। बारिश के चलते सेक्टर में कई चौकों पर भी पानी भर गया जिससे आवाजाही करने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
जीरकपुर में जलभराव का खतरा
जीरकपुर(हप्र) : जीरकपुर समेत आसपास के इलाकों में मंगलवार सुबह हुई हल्की बारिश ने सरकारी दावों की हवा निकाल दी । केवल एक घंटे में हुई बारिश ने सभी सरकारी योजनाओं पर पानी फेर दिया। चंडीगढ़ -अंबाला फ्लाईओवर के नीचे सड़क पर कई स्थानों पर जलभराव की समस्या के कारण पटियाला और अंबाला मार्ग अवरुद्ध हो गया। हर साल की तरह फ्लाईओवर के नीचे पानी भर जाने से यातायात की स्थिति खराब हो गई। यह पहली बार नहीं है कि शहर में ऐसी स्थिति पैदा हुई है, यही कहानी हर साल दोहराई जाती है। हालांकि इस बार विधायक कुलजीत सिंह रंधावा ने प्रशासन को बरसात से पहले पानी की निकासी के लिए जरूरी कदम उठाने के आदेश दिए हैं, फिर भी अधिकारी इस गंभीर मुद्दे पर आंखें मूंदे हुए हैं। अधिकारियों की लापरवाही से एक बार फिर शहर में जलभराव की स्थिति पैदा होने का खतरा पैदा हो गया है।
18 बाढ़ नियंत्रण टीमें गठित
चंडीगढ़ नगर निगम आयुक्त ने पूरे शहर में बाढ़ व जलभराव को नियंत्रित करने के लिए 18 टीमों का गठन किया है और 7 नियंत्रण कक्ष भी तीन शिफ्टों में चौबीसों घंटे चालू किए गए हैं। साथ ही टेलीफोन अटेंडेंट भी हैं, जहां निवासी बरसात के दौरान जलभराव की शिकायत दर्ज करा सकते हैं। सभी 18 विशेष प्रतिक्रिया दल और आपातकालीन नियंत्रण कक्ष 24 घंटे काम करेंगे।