‘हाथ धोकै, क्रीम लाकै आ, फेर मिलैगा राशन’
सफीदों, 11 नवंबर (निस)
जनवितरण प्रणाली के तहत एएवाई व बीपीएल श्रेणी के राशनकार्डधारियों को इस सप्ताह से राशन डिपुओं पर नवंबर माह का राशन मिलने लगा है। भले ही डिजिटल प्रणाली ने मानवजीवन को काफी हद तक सुखद भी बना दिया लेकिन बहुत लोग आजकल राशन डिपुओं पर इस आधुनिकता को कोसते दिखाई पड़ते हैं। शुक्रवार को सफीदों क्षेत्र के राशन डिपुओं पर राशन लेने वालों की लंबी लाइन घंटों लगी रही। कई डिपो होल्डर्स ने बताया कि पुरानी पीओएस मशीनें हैं जो सही काम नहीं करती। यहां एक डिपो से बिना राशन लिए घर लौटते एक बुजुर्ग कार्डधारी किशना ने बताया कि ‘डिपू होल्डर न्यू बोल्या जा साबण तै हाथ धोकै, कोए क्रीम लाकै आइए फेर मिलैगा राशन’। किशना फिर जरा मुस्करा कर बोला ‘किसा टेम आया सारी उम्र बिना क्रीम गुजरगी, अर इब कोएसी बहू पै क्रीम मांगणी पड़ैगी’। इसी तरह कई अन्य डिपुओं से भी अनेक उपभोक्ताओं को इसलिए लौटा दिया कि उनके अंगूठे की रेखाएं पीओएस मशीन में मैच नहीं हुई।
हरियाणा डिपो होल्डर्स एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष ज्ञानसिंह अग्रवाल ने बताया कि सात वर्ष पहले दी गई मशीन सही नही हैं और इन्हें विभाग 2-जी इंटरनेट से चलवा रहा है जबकि आज 4-जी का जमाना भी पीछे छूटने को है। उन्होंने बताया कि अनेक बड़ी उम्र के लोगों, रंगाई-पुताई, लकड़ी, लोहा आदि का काम करने वाले लोगों के अंगूठे की रेखाएं कई बार पुरानी मशीन में मैच नहीं होती जिससे उन्हें राशन देने में दिक्कत व देर होती है और औऱ लोगों को ज्यादा देर तक प्रतीक्षा करनी पड़ती है।
31 दिसंबर को खत्म होगी पीओएस की वैधता
जिला में जनवितरण प्रणाली का काम देख रहे खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के निरीक्षक मनजीत ने आज माना कि मशीनों के काऱण दिक्कत है। उन्होने बताया कि पिछले वर्ष विजनटेक कंपनी की इन मशीनों की वैधता 31 दिसंबर 2023 तक बढ़ा दी गई है, इसलिए विभाग मशीनों बारे कोई निर्णय अगले वर्ष ही लेगा।