उन्हें वोट दें जो आपके बीच का हो : राहुल फ़ाज़िलपुरिया
गुरुग्राम, 3 मई (हप्र)
गुरुग्राम लोकसभा सीट से जननायक जनता पार्टी के उम्मीदवार राहुल यादव फ़ाज़िलपुरिया ने शुक्रवार को फर्रुखनगर के पटौदी रोड पर पार्टी के अपने कैम्प कार्यालय का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने एक जनसभा को संबोधित भी किया। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी राज बब्बर पर निशाना साधते हुए उन्हें इम्पोर्टेड प्रत्याशी बताया। राहुल ने जनता से पूछा कि क्या गुड़गाँव की जनता को अपनी समस्या के समाधान के लिए मुंबई जाना पड़ेगा? जो यहां के हैं ही नहीं, वो यहाँ के लोगों की समस्या क्या सुलझाएंगे? उन्होंने महिलाओं से कहा कि यह चुनाव उनके बच्चों के भविष्य का चुनाव है। हम अपने साथ-साथ अपनी अगली पीढ़ी के लिए भी वोट कर रहे हैं। आपको अच्छी शिक्षा के लिए वोट करना है, अच्छे स्कूलों के लिए वोट करना है, इसलिए इस बात को समझने की ज़रुरत है कि ये चुनाव बदलाव का चुनाव है। यह बदलाव आपके वोट से होगा और अगर इस चुनाव में आप चूक गये तो यह मौक़ा फिर जल्दी नहीं मिलेगा|
राहुल फ़ाज़िलपुरिया ने इशारे-इशारे में गुड़गांव के मौजूदा सांसद राव इन्द्रजीत सिंह पर निशाना साधते हुए उन्हें जनता का नहीं, कुर्सी का नेता बताया। राहुल ने कहा कि ये मौक़ा देख के दल बदलने वाले लोग हैं।
विचारधारा की बड़ी-बड़ी बातें करने वाले इन नेताओं की विचारधारा उस समय कहाँ चली जाती है जब ये सत्ता के लिए सिद्धांतों से समझौता कर लेते हैं? राहुल ने कहा कि मौजूदा सरकार के शासन में गरीब जनता और गरीब होती जा रही है। लोगों को बिजली-पानी, सड़क, स्वास्थ्य जैसी आधारभूत सुविधाएं अब तक नहीं मिल पा रही हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान सांसद एक मौक़ापरस्त नेता हैं जो बस चुनावी मौसम में दिखते हैं, उसके बाद नज़र नहीं आते। ऐसे नेताओं को इस चुनाव में जनता ज़रूर जवाब देगी। उन्होंने आगे कहा कि आपको वोट देकर सेवक चुनना है, राजा नहीं। फ़ाज़िलपुरिया ने सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि दुनिया गुड़गांव को साइबर सिटी कहती है, लेकिन गुड़गांव साइबर सिटी नहीं, क्राइम सिटी बनती जा रही है। सरकार इस पर कुछ नहीं कर रही। इसके अलावा महिला सुरक्षा पर बात करते हुए फ़ाज़िलपुरिया ने कहा कि आज अगर लड़की शाम को घर से बाहर जाती है, तो जबतक वो लौट के वापस घर न आ जाए, तब तक माँ बाप के हाथ-पाँव फूले रहते हैं, और अगर दुर्भाग्य से यहाँ के सामान्य नागरिक को अपने सांसद से मदद की जरूरत आन पड़े तो सांसद आम लोगों से मिलना भी पसंद नहीं करते। कार्यक्रम के दौरान राहुल फ़ाज़िलपुरिया महिलाओं, युवाओं और बुजुर्गों के बीच जा जाकर उनकी समस्याएं सुन रहे हैं।