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डंपिंग यार्ड के विरोध में एकजुट ग्रामीण, दिया अल्टीमेटम

09:05 AM Aug 08, 2023 IST
सोमवार को रेवाड़ी के गांव रामसिंहपुरा में आयोजित बैठक में एसडीएम को ज्ञापन सौंपते जनप्रतिनिधि। -हप्र

रेवाड़ी, 7 अगस्त (हप्र)
सोमवार को दिल्ली-जयपुर हाइवे स्थित गांव रामसिंहपुरा में बनाए गए डंपिंग यार्ड के खिलाफ ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया। जिला प्रशासन द्वारा डंपिंग यार्ड के पास ही बुलाई गई बैठक में उन्होंने आंदोलन खड़ा करने की चेतावनी दी। इस बैठक में 18 गांवों के लोगों ने हिस्सा लिया। ग्रामीणों का कहना है कि इस डंपिंग यार्ड से पूरे क्षेत्र में गंदगी का माहौल है और घात बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ है।
हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड़ के क्षेत्रीय अधिकारियों द्वारा बुलाई गई बैठक में एडीसी स्वप्निल पाटिल की मौजूदगी में ग्रामीणों ने इस डंपिंग यार्ड को लेकर प्रशासन को जमकर कोसा। संरपच एसोसिएशन के प्रतिनिधि चौ. चरणसिंह साबन, रामकिशन महलावत, हुकमसिंह, जिला पार्षद महेन्द्र बालावास, सुभाष, जोगिन्द्र ओढ़ी, दिनेश कुमार, हरिसिंह, देवीराम रसियावास, बिजेन्द्र ने अधिकारियों को बताया कि डंपिंग यार्ड दो दर्जन गांवों के लिए मुसीबत बना हुआ है। यहां से उठने वाली बदबू से लोग परेशान हैं। उन्होंने कहा कि 2017 से स्थापित इस डंपिंग यार्ड में रेवाड़ी, धारूहेड़ा, बावल के साथ-साथ मानेसर तक का कचरा डाला जाता है। रोजाना 20 से अधिक डंपर, ट्रेक्टर-ट्रॉलियों व टेम्पो से हजारों टन कचरा व मृतक पशुओं को भी डाला जा रहा है। इस डंपिंग यार्ड के बीच में यातायात पुलिस चौकी भी फंस गई है। जिसके कारण इसे बंद करना पड़ा।
ग्रामीणों ने कहा कि सारे मामले की शिकायत कई बार प्रदूषण विभाग से की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसकी शिकायत बावल पुलिस में भी की गई। प्रदूषण के कारण बुजुर्ग लोग विभिन्न बीमारियों से ग्रस्त हैं। लेकिन उन्हें आने वाली पीढिय़ों की ज्यादा चिंता है। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि एक सप्ताह के भीतर इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो 13 अगस्त को राजसिंहपुरा के राजकीय स्कूल में आसपास के गांवों की महापंचायत बुलाई जाएगी। इस महापंचायत में आंदोलन की रणनीति तय की जाएगी। इसके लिए 21 सदस्ययीय संघर्ष समिति का गठन भी किया गया। बैठक में ग्रामीणों ने एडीसी को ज्ञापन भी सौंपा। एडीसी ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि वे इस मामले से जिला उपायुक्त को अवगत कराएंगे।

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