खनन के विरोध में ग्रामीण बैठे धरने पर
नारनौल, 25 दिसंबर (हप्र)
नांगल चौधरी खंड के अंतर्गत आने वाले गांव दोखेरा में माइंस कंपनी द्वारा खनन कार्य शुरू किए जाने के विरोध में ग्रामीण आज से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। ग्रामीणों का कहना है कि इस माइंस का समय 2021 में ही समाप्त हो गया था। जबकि अब प्रशासन ग्रामीणों पर दबाव बनाकर दोबारा गलत तरीके से इस माइंस पर खनन कार्य शुरू करवा रहा है। जिसके चलते ग्रामीण परेशान हो गए हैं।
धरने पर बैठे हुए ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव दोखेरा में जेएंडडी माइंस कंपनी है। इस कंपनी द्वारा गांव की पहाड़ी में खनन का कार्य किया गया था। जिसके तहत कंपनी ने करीब 500 मीटर गहराई तक खनन किया। इससे पर्यावरण संतुलन भी बिगड़ गया है। उन्होंने कहा कि खनन के चलते यहां पर हैवी ब्लास्टिंग होती है। इससे यहां पर गांव के मकानों की दीवारों में दरारें पड़ गई हैं। खनन की वजह से होने वाले प्रदूषण की वजह से यहां के ग्रामीण तरह-तरह की बीमारियों की चपेट में आ गए हैं। कई ग्रामीण ला इलाज बीमारियों की गिरफ्त में आ गए हैं।
ग्रामीणों ने कहा कि इस कंपनी का ठेका 2021 में ही समाप्त हो गया था। इसके बाद से यहां पर खनन का कार्य बंद था। यहां पर दोबारा खनन का कार्य करवाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से आपत्तियां भी मांगी गई थी। जिस पर ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से ऐतराज जताते हुए यहां पर खनन कार्य नहीं करने दिए जाने की बात कही थी। लेकिन इसके बावजूद प्रशासन यहां पर खनन का कार्य फिर से शुरू करवा रहा है।