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ग्राम ज्ञाान केंद्र पर ताला लगाने का विरोध, छात्रों के साथ ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

10:14 AM Oct 21, 2024 IST
ग्राम ज्ञाान केंद्र पर ताला लगाने का विरोध  छात्रों के साथ ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
सोनीपत के गांव नाहरी में ग्राम ज्ञान केंद्र पर ताला लगाए जाने के विरोध में रविवार को प्रदर्शन करते अनेक छात्र व ग्रामीण। -हप्र
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सोनीपत, 20 अक्तूबर (हप्र)
ग्रामीणों की सुविधा के लिए राई खंड के गांव नाहरी में बनाए गए ग्राम ज्ञान केंद्र पर ताला लगाए जाने से भड़के ग्रामीणों ने रविवार सुबह केंद्र के बाहर एकत्रित होकर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने पदम सिंह नाहरी के नेतृत्व में केंद्र के बाहर धरना दिया और मांगों को लेकर नारेबाजी की। ग्रामीणों ने ग्राम ज्ञान केंद्र को तुरंत  खुलवाने की मांग की ताकि विद्यार्थियों को सुविधाएं मिल सकें
ग्रामीण पदम सिंह ने बताया कि गांव में बनाए गए ग्राम ज्ञान केंद्र का करीब दो साल पहले तत्कालीन सांसद रमेश कौशिक व तत्कालीन विधायक मोहनलाल बड़ौली ने उद्घाटन किया था। ग्रामीणों का कहना है कि सरकार ने जिस उद्देश्य से इस केंद्र का निर्माण किया था, वह पूरा नहीं हो रहा है। गांव के सरपंच ने इस केंद्र पर ताला लगाया हुआ है। जिस कारण केंद्र में झाड़ियां उगी हुई हैं, सफाई व्यवस्था बदहाल है। बार-बार कहने के बावजूद ताला नहीं खोला जा रहा। ऐसे में विद्यार्थी अपनी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी तक नहीं कर पा रहे हैं। समस्या का समाधान नहीं होने पर ग्रामीण रविवार सुबह एकत्रित होकर ग्राम ज्ञान केंद्र के बाहर पहुंचे और धरना दिया। ग्रामीणों ने अपनी मांग को लेकर नारेबाजी।
विरोध प्रदर्शन के दौरान ग्रामीण पूर्व जिला पार्षद प्रमोद दहिया, राजीव दहिया, उमेद सिंह, नीरज दहिया, बृजेश दहिया, रविंद्र दहिया, काला पहलवान, संदीप दहिया, सक्षम दहिया, आर्यन, मिलन, पंच ओमप्रकाश, पंच प्रमोद, पंच पूजा, पंच मंदीप, पंच मंजू, पंच मंगतू, पंच अरुण सहित अन्य ग्रामीण व बड़ी संख्या में युवा शामिल रहे।

क्या है ग्राम ज्ञान केंद्र

ग्राम ज्ञान केंद्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है। जिसके तहत गांवों को हाईटेक बनाने के उद्देश्य से प्रदेश के करीब 750 गांवों में ग्राम ज्ञान केंद्र (विलेज नॉलेज सेंटर) खोले गए थे। इन केंद्रों को खोलने के लिए उन गांवों का चयन किया गया था, जिनकी जनसंख्या 3 से 10 हजार तक है। एक केंद्र पर करीब 30 लाख रुपये की राशि खर्च की गई थी।
इन केंद्रों में ग्रामीणों को एक ही छत के नीचे सभी तरह की सुविधाएं मुहैया करवाने का दावा किया गया था। साथ ही यहां कंप्यूटर प्रोजेक्टर के साथ किसानों के लिए कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें उन्नत तकनीक व योजनाओं के बारे में जानकारी दी जानी थी। यहां सरपंच से लेकर ग्राम सचिव, कृषि अधिकारी के बैठने की व्यवस्था की गई थी। यह केंद्र ग्राम सचिवालय की तरह बनाए गए थे।
''गांव में बनाए गए ग्राम विकास केंद्र में अभी काम अधूरा पड़ा है। पिछले दिनों यहां से नेम प्लेट भी चोरी हो गई थी। शौचालय के बीच होद खुला पड़ा है। जिसमें कोई बच्चा गिरकर हादसे का शिकार हो सकता है। सरकार की तरफ से भेजी गई कुर्सियां व मेज अंदर रखवाई गई हैं। बच्चों व सामान की सुरक्षा को देखते हुए ही ताला लगाया गया था। परिसर में सफाई करवाई जा रही है। काम पूरा होते ही खोल दिया जाएगा।'' -रविंद्र दहिया, सरपंच पति ग्राम पंचायत नाहरी
''गांव नाहरी में बनाए गए ग्राम ज्ञान केंद्र में बच्चों की सुविधा के लिए सभी सामान रखवाया गया है। जहां बैठकर बच्चे प्रतियोगी परीक्षा की शांत माहौल में तैयारी कर सकते हैं। केंद्र पर ताला लगाने का मामला संज्ञान में नहीं है। अगर ऐसा है तो उसे खुलवाया जाएगा और बच्चों को सभी सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी।'' -मोहित, पंचायत सचिव
''यह मामला संज्ञान में नहीं है। ग्राम ज्ञान केंद्र नाहरी में पहुंचकर जांच करवाई जाएगी। अगर केंद्र को बंद किया गया है तो उसे खुलवाया जाएगा।'' -जितेंद्र कुमार, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी सोनीपत
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