डर से ग्रामीण घरों में बंद, काटने के बढ़े मामले
भिवानी, 14 अक्तूबर (हप्र)
गांव उमरावत के लोग इन दिनों बंदरों से परेशान हैं। पिछले 15 माह से बंदरों को पकड़ने के लिए कोई पहल नहीं हो रही है। निगम के अधिकारियों की अनदेखी का खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है। 30 से ज्यादा बंदर घरों की छतों पर घूम रहे हैं। बंदरों के काटे जाने की वजह से लोग घायल हो रहे हैं। लोगों ने बंदरों से बचाव के लिए अपने घरों में जाल तक लगवा रखे हैं। बंदर प्रतिदिन चार या पांच व्यक्तियों को काट रहे हैं। बंदरों के डर से लोग अपने घरों की छत पर जाने से भी कतरा रहे हैं और घरों में बंद रहने के लिए मजबूर हैं। ग्रामीण बंदरों को जल्द पकड़वाने की मांग कर रहे हैं। लोगों ने बताया कि सुबह से ही बंदर एक घर से दूसरे घर में ताक-झांक करने लग जाते हैं, अगर कोई उन्हें भगाने की कोशिश करता है तो वो उन पर झपट पड़ते हैं। घर के अंदर रखी सभी चीजों को इधर-उधर बिखरा देते हैं और अपने साथ कुछ न कुछ ले जाते हैं। अगर घर के अंदर कोई छोटा बच्चा हो तो उसको काट लेते हैं। ग्रामीण ईश्वर, बालाराम, भोलाराम, मनफूल आदि ने बताया कि उनके गांव में 30 से ज्यादा बंदर हैं। सुबह होते ही बंदरों का आतंक शुरू होता है, शाम ढलते ही वे छतों के ऊपर मोर्चा बनाकर बैठ जाते हैं और आने जाने वालों को अपना शिकार बना डालते हैं। स्कूल जाने वाले बच्चों व महिलाएं जब पानी लाने के लिए निकलती हैं तो उन्हें सबसे ज्यादा भय इन्हीं बंदरों का रहता है। ग्रामीणों ने अधिकारियों से उक्त समस्या का जल्द समाधान करने की मांग की।