बाढड़ा हलके के गांव रामलवास में ग्रामीणों ने किया मतदान का बहिष्कार
चरखी दादरी, 5 अक्तूबर (हप्र)
बाढड़ा विधानसभा के गांव रामलवास में अवैध खनन व जल दोहन के खिलाफ ग्रामीणों में रोष बरकरार है। ग्रामीणों ने जहां चुनाव का बहिष्कार का फैसला लिया वहीं प्रशासन पर ठोस कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया। सरपंच प्रतिनिधि विनोद कुमार की अध्यक्षता में ग्रामीण गांव के मतदान केंद्र के बाहर डेरा डाले हुए हैं। मतदान के दिन दोपहर तक कोई भी ग्रामीण मतदान करने नहीं पहुंचा। वहीं प्रशासन द्वारा ग्रामीणों को समझाने का भी प्रयास किया गया। बावजूद इसके किसी ग्रामीण ने वोट नहीं डाला। बता दें कि रामलवास के ग्रामीण अवैध खनन व जल दोहन के खिलाफ बीते करीब एक माह से धरने पर बैठे हुए हैं। ग्रामीणों की मांग है कि अवैध खनन व जल दोहन के कारण भूमिगत जलस्तर लगातार गहराता चला जा रहा है और पेयजल की गुणवत्ता पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। भविष्य में उन पर पेयजल संकट का खतरा मंडराने लगा है। उसी के चलते वे अवैध खनन व जल दोहन पर रोक लगाने के लिए धरना दे रहे हैं। ग्रामीणों द्वारा संबंधित सभी विभागों को अवगत करवा चुके हैं और प्रशासनिक अधिकारियों से भी बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन सिवाय आश्वासन के उन्हें कुछ नहीं मिला है। जिसके चलते ग्रामीण मतदान का बहिष्कार कर रहे हैं। गांव रामलवास में 1083 वोटर हैं और प्रशासन द्वारा ग्रामीणों को समझाने का प्रयास भी किया जा रहा है।
गांव के सरपंच प्रतिनिधि विनोद कुमार ने बताया कि अवैध जल दोहन व अवैध माइनिंग का समाधान नहीं हुआ। जिसके चलते ग्रामीणों द्वारा मतदान का बहिष्कार किया गया है। बताया कि प्रशासन द्वारा 8 अक्तूबर के बाद उनकी मांग पूरी करने का आश्वासन मिला था लेकिन ग्रामीण उससे संतुष्ट नहीं हैं और मतदान का बहिष्कार करने के निर्णय पर अडिग हैं।
अधिकारी मौके पर पहुंचे, नहीं माने ग्रामीण
गांव रामलवास के ग्रामीणों को जहां डीसी राहुल नरवाल समझाने पहुंचे वहीं इलेक्शन ऑब्जर्वर आईएएस भुदेश कुमार व ईटीओ आनंद मलिक भी ग्रामीणों को समझाने पहुंचे। बावजूद इसके ग्रामीण अपनी मांगों पर अड़े रहे और समाधान की मांग उठाई। बाद में एसपी पूजा वशिष्ठ ने मांगों पर आश्वासन दिया तो ग्रामीणों ने मांग पूरी होने तक मतदान नहीं करने की बात कही। एसपी ने कहा कि कई बार अधिकारियों के साथ ग्रामीणों को आश्वासन दिया गया है।