पराली प्रबंधन को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री ने की बैठक
चंडीगढ़, 26 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
फसल अवशेष में आगजनी व प्रबंधन की घटनाओं को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में शनिवार को चार राज्यों हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश व दिल्ली के कृषि मंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक हुई। हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण, पशुपालन एवं डेयरी तथा मत्स्य पालन मंत्री श्याम सिंह राणा ने रोहतक से इस बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये भाग लिया। बैठक में हरियाणा व अन्य तीन राज्यों में पिछले वर्ष व वर्तमान वर्ष की फसल अवशेष में आगजनी की घटनाओं के बारे विचार-विमर्श किया गया।
श्याम सिंह राणा ने बताया कि पिछले वर्ष के मुकाबले वर्तमान खरीफ सीजन में प्रदेश में फसल अवशेष में आगजनी की घटनाओं में लगभग 60 प्रतिशत की कमी आई है, जिसका श्रेय हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा अपनाई गई कार्यप्रणाली को जाता है।
राज्य सरकार द्वारा किसानों को पराली न जलाने बारे ग्राम स्तरीय, खंड स्तरीय, जिला स्तरीय, पाठशाला कार्यक्रमों, प्रिंट मीडिया व सोशल मीडिया के माध्यम से जागरूक किया गया और उन्हें पराली प्रबंधन हेतु प्रोत्साहन राशि व सब्सिडी पर कृषि यंत्र भी उपलब्ध करवाए गए। उन्होंने बताया कि यदि प्रदेश के किसान पराली को न जलाकर उसका प्रबंधन खेत व खेत से बाहर करते हैं, तो मिट्टी की उपजाऊ शक्ति बढ़ती है तथा मिट्टी में ऑर्गेनिक तत्वों की मात्रा भी बढ़ती है। उन्होंने बताया कि वे भी एक किसान हैं और उन्होंने स्वयं अपने खेत में पराली को कृषि यंत्रों के माध्यम से मिट्टी में मिलाकर उसका प्रबंधन किया है।
कृषि मंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार पराली जलाने की घटनाओं के बारे में पूर्णतय: सतर्क है व राज्य ने ग्राम स्तरीय, खंड स्तरीय व जिला स्तरीय टीमों के माध्यम से पूर्ण निगरानी रखे हुए हैं। उन्होंने कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट को विश्वास दिलाया कि भविष्य में पराली जलाने की घटनाओं पर काबू पाने के लिए कृषि विभाग व जिला प्रशासन के द्वारा और अथक प्रयास किया जाएगा।