युवाओं में लोकतांत्रिक व्यवस्था की समझ जरूरी : कुलपति
महेंद्रगढ़, 29 अगस्त (हप्र)
हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ में बृहस्पतिवार को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के निर्देशानुसार युवा मंथन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों में नेतृत्व क्षमता का विकास और युवाओं में राष्ट्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर जानकारी बढ़ाना है। विद्यार्थियों को दो अलग-अलग वर्गों में बांटा गया - यूएनडीपी और एईपीपीएम। यूएनडीपी में विद्यार्थियों ने अलग-अलग देशों और एईपीपीएम में अलग-अलग राजनीतिक दलों का नेतृत्व किया। विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण अधिष्ठाता कार्यालय द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम की रूपरेखा व स्वागत भाषण छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. आनंद शर्मा द्वारा प्रस्तुत किया गया।
पर्यावरण के लिए जीवनशैली विषय पर केंद्रित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि यह आयोजन विद्यार्थियों में लोकतांत्रिक व्यवस्था की समझ को विकसित करने और उनकी इस व्यवस्था में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने में मददगार साबित होगा। कुलपति ने अपने संबोधन में विश्व कल्याण के लिए लोकतांत्रिक मूल्यों को महत्वपूर्ण बताया और कहा कि न सिर्फ भारत बल्कि समूचे विश्व में आपसी सहयोग, समरसता स्थापित करने की दिशा में प्रयास करने की आवश्यकता है। हमारा सामान्य जीवन राजनीतिक दलों से प्रभावित होता है। आज के समय में युवाओं को चाहिए कि वो न सिर्फ लोकतांत्रिक व्यवस्था व उससे जुड़ी संस्थाओं को जानें-समझें बल्कि वे इनकी कार्यप्रणाली में सक्रिय भागीदारी, जो कि उनके स्तर पर संभव है, वो भी निभाएं। कुलपति ने युवा मंथन के इस दिशा में बेहद आवश्यक और समय की मांग बताते हुए कहा कि अवश्य ही ऐसे ही प्रयासों और उनमें युवाओं की सक्रिय भागीदारी से विकसित भारत 2047 के लक्ष्य की प्राप्ति सुनिश्चित होगी। अपने अभिवादन का अंत करते हुए उन्होंने कहा एक अच्छे नेता को पता होना चाहिए कि राजनीति क्या है लेकिन राजनीति नहीं करनी चाहिए। समकुलपति प्रो. सुषमा यादव ने सतत विकास की बात करते हुए कहा कि उन्हें संसाधनों का उपयोग आने वाली पीढ़ियों को ध्यान में रखकर करना चाहिए।