कैकई के राजा दशरथ से दो वर का हुआ मंचन
नरवाना, 5 अक्तूबर (निस)
पुरानी अनाज मंडी में श्री रामा भारतीय कला केंद्र द्वारा रामलीला के मंचन के चौथे दिन में जनक दरबार, परशुराम-लक्ष्मण संवाद, राम-सीता विवाह, कैकई के राजा दशरथ से दो वर मांगने के दृश्य दिखाए गए। मुख्यातिथि के तौर पर पूर्व मंडी प्रधान जयदेव बंसल, समाजसेवी रमेश गर्ग व अश्वनी आर्य ने शिरकत की। कल मंच पर भरत मिलाप तक के दृश्य दिखाए जाएंगे। लीला में मंच पर आरती के बाद पहला दृश्य में जनक दरबार दिखाया गया। इसमें भगवान परशुराम पहुंच जाते हैं और टूटे धनुष को देखकर आग बबूला हो जाते हैं। इसी बीच परशुराम और लक्ष्मण के बीच कड़ा संवाद होता है। परशुराम के जाने के बाद राजा जनक मंत्रियों को बोलकर राजा दशरथ को भगवान राम व सीता के विवाह का निमंत्रण भिजवाते हैं। फिर राजा दशरथ बारात सहित जनक दरबार पहुंच जाते हैं और भगवान राम व सीता एक-दूसरे को वरमाला पहना देते हैं। उसके बाद राजा दशरथ दरबार में राम को राज्याभिषेक करने का ऐलान कर देते हैं। किसी तरह से बात मंथरा के कानों तक पहुंच जाती है और वह जाकर रानी कैकई कान भर देती है। रानी कैकई राजा दशरथ से दो वर एक तो राम की जगह भरत को राज्याभिषेक होना व दूसरा राम को 14 वर्षों के लिए वनों में भेजने का वर मांग बैठती है। यह सुनकर महाराजा दशरथ बेहोश हो जाते हैं। रामलीला के मंचन में राम की भूमिका अमन वर्मा, लक्षमण की भूमिका रामप्रकाश, दशरथ की भूमिका कुलदीप वर्मा, परशुराम की रामनिवास जैन, जनक की भूमिका राजेश बाता, कैकई की हरीश गुप्ता व मंथरा की राकेश सेतिया ने निभाई। इस मौके पर इस मौके पर प्रधान भारतभूषण गर्ग, डा. एसके सिंगला, खजांची बाता, कुलदीप बडनपुर, अचल मित्तलए रामकुमार गर्ग, वेद अरोड़ा व संजय रोहिल्ला मौजूद रहे।