टीवी कलाकारों की पसंद परंपरागत दिवाली
रेणु खंतवाल
दीपावली का इंतजार हर कोई बहुत बेसब्री से करता है। स्वाभाविक भी है, यह हमारा सबसे बड़ा त्योहार है। हम सभी की बचपन की कई यादें दीपावली से जुड़ी हैं। दशहरे के बाद से ही दीपावली की तैयारियों में जुट जाना और घर की साफ-सफाई से लेकर डेकोरेशन, शॉपिंग, लोगों के घर मिठाई देने जाना जैसे कितने ही काम दीपावली के दौरान हम करते थे। आज हमारे जीवन में हमारे टीवी कलाकारों की भी सराहनीय भूमिका है। यह कलाकार टीवी शोज़ के माध्यम से हमारा मनोरंजन करते हैं। जानिये दीपावली पर आपके ये फेवरेट कलाकार किस तरह दीपावली मनाते हैं -
मानव गोहिल
मैं गुजरात से हूं। वहां तो माहौल नवरात्रि से ही शुरू हो जाता है और दीपावली के पांच दिवसीय त्योहार के दौरान हम लोगों का नववर्ष भी शुरू होता है। बचपन में दीपावली के दौरान ही हमारे नए कपड़े बनते थे। घर में पूजा होती थी और हम सब बच्चे बड़ों का पैर छू कर आशीर्वाद लेते थे। आशीर्वाद के साथ पैसे भी मिलते थे। बहुत खुशनुमा समय था वह। अब त्योहार मनाने के तरीके बदल गए हैं। उस समय हम रामायण को उतना नहीं समझते थे, अब सही अर्थ में रामायण समझ आई है। लोग अपने बच्चों को रामायण की कहानी बता रहे हैं। लोगों में भक्ति भावना के साथ परंपरागत तरीके से त्योहार मनाने की जिज्ञासा बढ़ी है। पहले जैसे हम लोग खुद मिठाई देने दोस्तों और रिश्तेदारों के घर जाते थे अब यह ड्राइवरों के माध्यम से या फिर ऑनलाइन ही भिजवा देते हैं। इससे मेल-मिलाप कम हो रहा है। हम लोग दीपावली दिल्ली में मनाते हैं। यहां श्वेता का घर है। दीपावली पर हम सब मिलकर पूजा करते हैं। मिठाई खाते हैं, पूरा परिवार साथ समय बिताता है।
हिमानी शिवपुरी
दीपावली मेरे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण त्योहार है। मेरी दीपावली की तैयारी की शुरुआत घर की साफ-सफाई से होती है। धनतेरस तक घर की सजावट मैं तरह-तरह की लाइट्स और दीयों से कर लेती हूं। घर में हर साल मैं खुद ही अल्पना यानी रंगोली बनाती हूं। फिर धनतेरस के दिन हमेशा कुछ न कुछ खरीदती हूं। दीपावली वाले दिन लोगों से मिलना -जुलना लगा रहता है और शाम को पूजा के लिए तय समय में श्रीराम, लक्ष्मी जी और गणेश जी की पूजा करती हूं। आरती करके प्रसाद और मिठाई खाते हैं। घर में लक्ष्मी जी का स्वागत करते हैं। इस दिन मैं एक फुलझड़ी जरूर जलाती हूं शगुन के तौर पर, पटाखे आदि नहीं जलाती।
सुजय रेउ
दीपावली मेरे लिए हमेशा खास रही है। अब क्योंकि कलाकार बन चुके हैं तो काम के सिलसिले में कई बार आउटडोर शूट की वजह से घर से दूर सेट पर भी सभी साथी कलाकार परिवार की तरह दीपावली मनाते हैं। इस बार की दीपावली मेरे लिए बहुत खास है क्योंकि मैं ‘श्रीमद् रामायण’ शो में भगवान राम का किरदार निभा रहा हूं और इस दीपावली अयोध्या जा रहा हूं। जहां हम श्रीराम के भक्तों के साथ दीपावली मनाएंगे। अयोध्या में दीपावली पर बहुत भव्य कार्यक्रम होता है इस बार इसका मैं भी हिस्सा रहूंगा। यह मेरे लिए भी एक यादगार दीपावली बनने वाली है जिसके लिए मैं बहुत उत्साहित हूं।
जया भट्टाचार्य
इन दिनों मैं सन नियो के शो ‘छठी मैया की बिटिया’ में उर्मिला की भूमिका निभा रही हूं इसलिए शूटिंग में व्यस्त हूं लेकिन दीपावली की तैयारी के लिए बीच-बीच में कुछ समय चुरा कर तैयारियां भी कर रही हूं। जब मैं छोटी थी तो मेरी मां धनतेरस के दिन बर्तन खरीदती थीं। मां की तरह मैं भी इस परंपरा को निभाते हुए धनतेरस पर जरूर कुछ खरीदती हूं। जब मुंबई आई तो पहले मैं चांदी के सिक्के खरीदती थी अब आर्थिक स्थिति बेहतर है तो कुछ और भी खरीदने में सक्षम हूं। मेरे लिए दीपावली हमेशा से उमंग भरा त्योहार रहा है। दीयों की रोशनी के साथ धनतेरस से दीपावली तक के पांच दिवसीय पर्व की शुरुआत होती है। मेरे लिए यह मौसम के परिवर्तन के साथ सर्दियों की शुरुआत का पर्व भी रहा है। अपनी परंपरा से जुड़ा रहना और अगली पीढ़ी तक उसे पहुंचाना बहुत जरूरी है। आप सभी को दीपावली की शुभकामनाएं!
आकाश आहूजा
मैं दिल्ली का लड़का हूं लेकिन इस समय चंड़ीगढ़ में शो ‘बादल पे पांव है’ की शूटिंग कर रहा हूं। बचपन में मनायी जाने वाली दिल्ली की दीपावली मिस कर रहा हूं क्योंकि हम आउटडोर शूट कर रहे हैं और एक दिन की भी छुट्टी नहीं ले सकते। लेकिन हमने कुछ काम को ऐसे अरेंज किया है कि हम दीपावली वाले दिन सभी कलाकार एक परिवार की तरह सेट पर ही दीपावली मना सकें। इस बार की दीपावली यूनिट वाले परिवार के साथ पंजाब में मनाने की तैयारी चल रही है।