Tunnel for Rail track अरावली चट्टानों को काटकर 67 मीटर गहरी सुरंग का निर्माण
विवेक बंसल/हप्र
गुरुग्राम, 14 दिसंबर
Tunnel for Rail track नूंह जिले में अरावली चट्टानों को काटकर और 67 मीटर गहराई में मिट्टी की खुदाई कर 4.69 किलोमीटर लंबी अत्याधुनिक सुरंग का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। यह सुरंग कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे के साथ हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर परियोजना का अहम हिस्सा है। अब तक 100 मीटर से अधिक खुदाई पूरी हो चुकी है।
कॉरिडोर के निर्माण में विशेषज्ञों की एक अंतर्राष्ट्रीय टीम की सहायता ली जा रही है, जो कार्यस्थल के सभी पहलुओं की गहन समीक्षा कर रही है। इनके सुझावों के आधार पर निर्माण कार्य को आगे बढ़ाया जा रहा है। सुरंग निर्माण पर कुल 12 करोड़ रुपये की लागत आएगी, जिसमें अत्याधुनिक तकनीक और सुरक्षा मानकों का पालन किया जा रहा है।
Tunnel for Rail track सुरंग के दोनों ट्रैकों पर यात्री और मालगाड़ियों का संचालन होगा। यात्री ट्रेनों की अधिकतम रफ्तार 160 किमी प्रति घंटा और मालगाड़ियों की 100 किमी प्रति घंटा होगी। परियोजना में 80 से अधिक इंजीनियर और तकनीकी विशेषज्ञ जुटे हुए हैं। निर्माण कार्य में पर्यावरण और सुरक्षा मानकों का खास ख्याल रखा जा रहा है।
Tunnel for Rail track विशेषाएं
अधिकारियों के अनुसार, 4.69 किलोमीटर लंबी सुरंग में 1.1 किलोमीटर अरावली की चट्टानों को काटा जाएगा और 3.6 किलोमीटर मिट्टी की खुदाई की जाएगी। सुरंग के दोनों ट्रैक 30 फीट ऊंचे और चौड़े होंगे, ताकि किसी तकनीकी समस्या की स्थिति में भी दूसरा ट्रैक चालू रह सके। परियोजना की कुल लागत 5618 करोड़ रुपये आंकी गई है।
1460 दिन में काम पूरा करने का लक्ष्य
Tunnel for Rail track हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर परियोजना के प्रमुख नरेश कुमार ने बताया कि इस परियोजना का ठेका रेल विकास निगम लिमिटेड को दिया गया है। 2023 में शुरू हुई इस परियोजना को 1460 दिनों में पूरा करने का लक्ष्य है। सुरंग निर्माण के दौरान विशेषज्ञों की टीम नियमित निरीक्षण कर रही है।