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वीरों के बलिदान को याद करने के लिए एनसीसी कैडेट की साइकिल यात्रा रचेगी नया इतिहास

07:41 AM Jan 17, 2025 IST
वीरों के बलिदान को याद करने के लिए एनसीसी कैडेट की साइकिल यात्रा रचेगी नया इतिहास
कुरुक्षेत्र में एनसीसी साइकिल यात्रा का ब्रह्मसरोवर पुरुषोत्तमपुरा बाग में पहुंचने पर स्वागत किये जाने का चित्र। -हप्र
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कुरुक्षेत्र, 16 जनवरी (हप्र)
ऐतिहासिक योद्धाओं, स्वतंत्रता-पूर्व स्वतंत्रता सेनानियों और स्वतंत्रता-पश्चात युद्धों के वीरों के बलिदान को याद करने के लिए, एनसीसी निदेशालय चंडीगढ़ के कैडेटों ने हुसैनीवाला सीमा से साइकिल पर यात्रा शुरू की और उनकी रैली 20 जनवरी, 2025 को गणतंत्र दिवस-2025 समारोह के साथ नयी दिल्ली में समाप्त होगी। बृहस्पतिवार को एनसीसी साइकिल यात्रा का कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर पुरुषोत्तमपुरा बाग में पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया। यहां  पर कर्नल जेएस डोडी ने साईकिल रैली की फ्लैग सेरेमनी में शामिल हुए।
उन्होंने कहा कि एनसीसी कैडेट की साइकिल रैली अपने आप में एक नया इतिहास रचेगी। इस साइकिल यात्रा के दौरान देश के कोने-कोने तक वीर शहीदों की अमर गाथाओं को याद किया जाएगा। अहम पहलू यह है कि रैली के 10वें दिन, छह बालिका कैडेटों और छह बालक कैडेटों सहित 15 साइकिल चालकों को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए और ब्रिगेडियर विकास राय सांडिल्य, ग्रुप कमांडर, एनसीसी ग्रुप मुख्यालय, अंबाला द्वारा विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में अंबाला से रवाना किया गया तथा स्थानीय एनसीसी कैडेटों द्वारा उनकी सराहना की गई।
उन्होंने कुरुक्षेत्र में, साइकिल चालकों को वरिष्ठ दिग्गजों और वीरता पुरस्कार विजेताओं द्वारा ऐतिहासिक ब्रह्म सरोवर पर झंडी दिखाकर रवाना किया। 10 हर बटालियन एनसीसी के कैडेटों ने साइकिल चालकों को प्रोत्साहित करने और उनकी सराहना करने के लिए फूलों की वर्षा की तथा भारत के शूरवीर एक शौर्य गाथा विषय पर एक नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया। आगंतुक साइकिल चालकों ने बाद में 10 हर बटालियन एनसीसी के कैडेटों के साथ बातचीत की और अपने अनुभव साझा किए। इसके बाद एनसीसी कैडेट ने जन्मस्थली ज्योतिसर का दौरा किया और श्रीमद् भगवद् गीता के बारे में जानकारी हासिल की। यह साइकिल सवार लगभग 700 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे और हुसैनीवाला, खेमकरण, कुरुक्षेत्र और पानीपत के महत्वपूर्ण ऐतिहासिक युद्ध क्षेत्रों को छूएंगे और साथ ही रास्ते में स्वतंत्रता सेनानियों के स्मारकों पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।

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