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तिगांव को 15 साल, 84 पाल को 47 साल बाद मिला मंत्री

11:12 AM Oct 20, 2024 IST
राज्य मंत्री राजेश नागर चंडीगढ़ स्थित कार्यालय में पदभार ग्रहण करने के बाद। साथ है उनके पिता रूप सिंह नागर। -निस

बल्लभगढ़, 19 अक्तूबर (निस)
फरीदाबाद के तिगांव विधानसभा क्षेत्र से राजेश नागर को हरियाणा सरकार में राज्य मंत्री बनाए जाने से खुशी का माहौल है। यह ऐसा मौका है, जब 47 साल बाद 84 पाल के बेटे को मंत्री पद मिला है। वहीं, परिसीमन के 15 साल बाद तिगांव विधानसभा क्षेत्र को पहला मंत्री मिला। जनता के आशीर्वाद से भाजपा में दमदार चेहरा के रूप में उभरे राजेश नागर के स्वागत के लिए इलाके के लोग पलकें बिछाए हुए हैं। रविवार सुबह साढ़े 10 बजे चंडीगढ़ से बदरपुर बॉर्डर पहुंचने पर राज्य मंत्री राजेश नागर का अभूतपूर्व भव्य स्वागत किया जाएगा। जहां से वे डीजे, ढोल नगाड़ों के साथ लम्बा काफिले के बीच तिगांव तक पहुंचेंगे। स्वागत रोड शो के दौरान हेलीकॉप्टर से फूलों की वर्षा होती रहेगी। क्षेत्र में विकसित हुए ग्रेटर फरीदाबाद में मिनी भारत बसता है। शिक्षित, मृदुभाषी और अत्यंत सरल स्वभाव के धनी राजेश नागर सभी के चेहते बनते चले गए। परिणाम स्वरूप जनता के निरंतर मिले प्यार व आशीर्वाद से वर्ष 2024 के आए चौंकाने वाले चुनाव परिणामों ने कांग्रेस को एक बार फिर पटकनी देते हुए हुए राजेश नागर को दोबारा विधायक चुनकर चंडीगढ़ भेजा। जहां मुख्यमंत्री नायब सिंह ने राजेश नागर को मंत्री की कुर्सी पर बैठाया और आशीर्वाद दिया। अब राजेश नागर को स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री बनने से क्षेत्र ही नहीं, पूरे प्रदेश में विकास की उम्मीद जगी है। जनता को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में तिगांव विधानसभा का नाम देश व प्रदेश में अलग दिखाई देगा।

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1977 में गजराज बहादुर नागर बने थे मंत्री

वर्ष 1977 में यहां से 84 पाल के गजराज बहादुर नागर मंत्री रहे। उस समय यह क्षेत्र मेवला महाराजपुर विधानसभा में पड़ता था। इसी विधानसभा से भडाना पाल के महेंद्र प्रताप मंत्री तथा वर्ष 1996 में कृष्णपाल गुर्जर बंसी लाल सरकार में मंत्री रहे। मेवला महाराजपुर विधानसभा क्षेत्र बड़ा होने के कारण तिगांव क्षेत्र का समुचित विकास नहीं हो सका। वर्ष 2009 में परिसीमन होने के बाद तिगांव विधानसभा से भाजपा से कृष्णपाल गुर्जर फिर से विधायक बने। वर्ष 2014 में इस विधानसभा से कांग्रेस का विधायक चुना गया। इस दौरान विकास कार्यों की अनदेखी से नाराज क्षेत्र की जनता ने वर्ष 2019 में कांग्रेस को नकारते हुए भाजपा के राजेश नागर को विधायक चुना। इसके बाद तिगांव इलाके की तस्वीर बदलती चली गई।

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