परेशान हजारों गांववासी आज फिर करेंगे रास्ता खोलने का आग्रह
अशोक प्रेमी/निस
राजपुरा, 22 जून
नेशनल हाईवे पर पिछले चार महीने से ज्यादा समय से शम्भू बाॅर्डर पूरी तरह बंद होने के चलते अम्बाला-राजपुरा का सम्पर्क टूटने से परेशान नजदीकी गांवों के ग्रामीणों की ओर से 16 जून को किसान संगठनों को रास्ता खुलवाने के लिये मांगपत्र देने के बावजूद आज तक शम्भू बाॅर्डर पर नेशनल हाईवे को यातायात के लिए खोलने की बात आगे नहीं बढ़ सकी है। इसके चलते रविवार 23 जून को गांववासी हज़ारों की संख्या में इकट्ठे होकर फिर किसान नेताओं से मिलेंगे। इससे यहां टकराव की स्थिति भी पैदा हो सकती है।
शम्भू के नजदीक रहने वाले गांवों के लोगों ने किसान नेता सरवण सिंह पंधेर को मांगपत्र देते हुए कहा था कि लगभग चार महीने से किसानों की ओर से लगाये धरने के चलते नेशनल हाईवे बंद होने से नजदीक के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने मांग पत्र में कहा था कि किसान आंदोलन के चलते ग्रामीणों ने किसानों का हर सहयोग किया है, इसलिये साथ लगते गांवों के लोगों की परेशानी को देखते हुए किसान नेताओं को रास्ता खोलने का कोई न कोई प्रबंध करना चाहिए। पत्रकारों के सवाल के जवाब में ग्रामीणों ने कहा था कि अगर रास्ता नहीं खोला गया तो वे मीटिंग कर कोई सख्त फैसला लेने को मजबूर होंगे।
इस मौके पर किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने उक्त सभी ग्रामीणों को विश्वास दिलाया था कि वे उनकी परेशानी समझते हैं, रास्ता उन्होंने नहीं, सरकार ने बंद किया हुआ है। वे तो अपनी मांगों को लेकर दिल्ली में जाना चाहते हैं लेकिन सरका उन्हें जाने नहीं देना चाहती। लेकिन उसके बाद आज तक कोई हल न निकलने से करीबी गांवों के हज़ारों लोगों ने 23 जून को सुबह 11 बजे शम्भू ओवरब्रिज के नजदीक एकत्र होने का फैसला लिया है। इससे ग्रामीणों व किसान नेताओं के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो सकती है।