चार दिन तक हजारों कलाकार बिखेरेंगे लोक संस्कृति के रंग
कुरुक्षेत्र, 18 अक्तूबर (हप्र)
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के श्रीमद्भगवद्गीता सदन में 25 अक्तूबर से चार दिवसीय राज्य स्तरीय रत्नावली समारोह का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान 6 मंचों पर हजारों कलाकार 34 विधाओं में अपनी कला का प्रदर्शन कर लोक संस्कृति के रंग बिखरेंगे। लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया ने बताया रत्नावली समारोह में पहले दिन 25 अक्तूबर को ऑडिटोरियम हाल के मुख्य मंच पर रिचुअल, लूर नृत्य हरियाणवी, पॉप सांग हरियाणवी व हरियाणवी कोरियोग्राफी, आरके सदन में हरियाणवी भजन, ड्यूट रागिनी, ओपन एयर थियेटर में सोलो डांस (पुरुष), रागिनी प्रतियोगिता, सीनेट हॉल में हरियाणवी भाषण, पगड़ी बांधने की प्रतियोगिता होगी। इसके अलावा खुले मंच पर सांग कंपटीशन स्टूडेंट्स तथा क्रश हॉल में फोक पेंटिंग कार्यशाला व प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा।
आगे के कार्यक्रम 26 अक्टूबर को ऑडिटोरियम हॉल में सोलो डांस (महिला), फॉक कॉस्ट्यूम पुरुष एवं महिला, हरियाणवी फैशन शो, हरियाणवी फॉक ऑरकेस्ट्रा, आरके सदन में हरियाणवी लोकगीत, हरियाणवी गजल व मोनो एक्टिंग, ओपन एयर थियेटर में हरियाणवी स्किट एवं टिट-बिट्स, सीनेट हॉल में हरियाणवी क्विज (प्री), शॉर्ट फिल्म (इन हरियाणवी ओर ऑन हरियाणा), खुला मंच पर सांग प्रतियोगिता का आयोजन होगा तथा क्रश हॉल में एंटिक हरियाणवी संग्रह प्रदर्शनी बोहिया, इंडी, पिड्डा, बिंदरवाल को प्रदर्शित किया जाएगा।
हरियाणा की सांस्कृतिक धरोहर के होंगे दर्शन
ललित कला विभाग के अध्यक्ष डॉ गुरचरण सिंह ने बताया की रत्नावली महोत्सव में ललित कला विभाग की कलाकृतियों के स्टॉल लगाए जाएंगे, जहां दर्शक इन अनूठी कला-कृतियों को न सिर्फ देख सकेंगे, बल्कि उन्हें खरीद भी सकेंगे। विभाग के छात्र और शिक्षक अपनी कला-कृतियों के माध्यम से हरियाणा की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को एक अनूठे ढंग से प्रस्तुत करेंगे। छात्रों द्वारा तैयार की गई उत्कृष्ट पेंटिंग्स, मूर्तिकला, और ग्राफिक डिजाइन का प्रदर्शन किया जाएगा, जिसमें हरियाणा की पारंपरिक लोककला और आधुनिक कला का अनोखा सामंजस्य देखने को मिलेगा। यह प्रदर्शनी न केवल कलाकारों की रचनात्मकता को उजागर करेगी, बल्कि हरियाणा की संस्कृति को जीवंत रूप में प्रस्तुत करेगी।