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चैन चुराने वालों की नींद उड़ाने वाले

07:53 AM Oct 05, 2023 IST
चैन चुराने वालों की नींद उड़ाने वाले
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शमीम शर्मा

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किसी के हिस्से में शीशमहल आया
किसी के हिस्से में सुथरी लुगाई आ गई
मैं ही एक ऐसा पागल निकला
मेरे पीछे ईडी और सीबीआई आ गई।
यह उपरोक्त संदेश आज ट्विटर पर पढ़ा। यकीन करने में पल भी नहीं लगा कि ईडी ने कइयों की काले नोटों की सीढ़ी ढहा दी है। सीबीआई जहां पहुंच जाती है वहां ऐसी की तैसी होना लाजिमी-सा है। किसी जमाने में एक गाना हिट हुआ था- सात समुंदर पार मैं तेरे पीछे-पीछे आ गई, ओ जुल्मी मेरी जां तेरे कदमों के नीचे आ गई। यही लगता है कि ईडी और सीबीआई भी सारे नदी-नाले पार कर भ्रष्टाचारियों की तिजोरियों और बही-खातों तक पहुंच ही जाती है। किसी में ताकत नहीं कि उसे कोई टोके या रोके। पर जिसके घर ये एजेंसियां प्रवेश करती हैं वे भीतर ही भीतर गांठ बांध लेते हैं कि हमारा टाइम आयेगा तब तुझे देखेंगे। तिलमिलाये नेता, भ्रष्ट अफसर और कालाबाजारी करने वाले पूंजीपति छापेमारों को देखकर एक सुर में कह उठते हैं :-
वक्त आने दे दिखा देंगे तुझे ए आसमां
हम अभी से क्यूं बतायें क्या हमारे दिल में है।
अखबार और टीवी की मानें तो ईडी और सीबीआई आज के दिन सबसे ज्यादा व्यस्त हैं। पता नहीं इन महकमों के अफसर खाना-पीना कब करते होंगे। रात-दिन की करारी छापेमारी ने देश में कइयों की नींद उड़ा रखी है। कुछ तो उनके फैसलाें से तंग हैं और कुछ उनके हौसलों से दंग हैं। हड़कम्प मचे हुए हैं, कइयों ने चुप्पी साध ली है। चारों ओर कानाफूसी का आलम है। सन्नाटा है। पहले फ्लोर टेस्ट से पहले ईडी या सीबीआई की छापेमारी हुआ करती अब इस टेस्ट की कोई बाट नहीं देखता। ठीक उसी तरह जैसे किसी वाहन चालक के पकड़े जाने पर जब कोई भी त्रुटि नहीं मिली तो सिपाही बोला- निकाल सौ रुपये, अब तू गलती नहीं करेगा तो हम तेरी बाट में बैठे रहेंगे क्या?
सीबीआई की एक तो खासियत है कि संदिग्ध पर सपरिवार छापे मारती है। सारी फाइलें खंगालती है। कोई फाइल गिला-शिकवा नहीं कर सकती कि अरे मैं तो रह ही गई।
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एक बर की बात है अक नत्थू ससुराड़ चल्या गया। आंगन मैं उसकी बहू बुहारी काढती हांडै थी अर उस बहू का दाद्दा भी उड़ै ए खाट पै लेट रह्या था। नत्थू तैं देखते ही रामप्यारी नैं शरमा कै मुंह ढक लिया। यो देखकै उसके दाद्दे नैं भी चाद्दर तै अपणा मुंह ढक लिया। यो नजारा छात पै तै उनका पड़ोस्सी देखै था। वो बोल्या- ताऊ! बेब्बे नैं तो ठीक पल्ला कर्या पर तन्नैं क्या तै मुंह ढक लिया? बुड्ढा बोल्या- जद म्हारी छोरी ए इसकी शक्ल देख कै राज्जी कोन्या तो म्हारा के यो साला लाग्गै सै?

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