राहत के साथ मिलेगी नई रफ्तार, मीठापुर से सेक्टर 65 तक 24 किमी का हिस्सा खुला
राजेश शर्मा/हप्र
फरीदाबाद, 9 नवंबर
भारत माला प्रोजेक्ट के तहत दिल्ली-वड़ोदरा-मुंबई एक्सप्रेसवे (डीवीएम) के दिल्ली, फरीदाबाद वाया सोहना लिंक के अंतर्गत दिल्ली के मीठापुर से लेकर फरीदाबाद के सेक्टर-65 तक 24 किलोमीटर हिस्से का ट्रायल शुक्रवार शाम से शुरू हो गया। इस दौरान अधिकारियों द्वारा देखा जाएगा कि कहीं कोई कमियां तो नहीं हैं, जिन्हें तुरंत सुधारने का प्रयास किया जाएगा। यह हिस्सा 12 नवंबर को विधिवत रूप से जनता को समर्पित किया जाएगा। इस एक्सप्रेसवे के खुलने से दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद से फरीदाबाद और पलवल आने-जाने वाले हजारों वाहन चालकों को बड़ी राहत मिलेगी। फिलहाल, यह मार्ग मीठापुर से ही चलाया जा सकेगा।
फरीदाबाद के सेक्टर-65 साहूपुरा से सोहना तक 26 किलोमीटर का हिस्सा पहले ही खोला जा चुका है। हालांकि, एक्सप्रेसवे के 24 किलोमीटर हिस्से का निर्माण कार्य सितंबर तक पूरा होने की उम्मीद थी, लेकिन अधिक वर्षा के कारण इसमें देरी हुई।
राहत की उम्मीद : इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने से सर्विस रोड और हाईवे पर लगने वाले जाम से राहत मिलेगी, खासकर उन वाहन चालकों को जो दिल्ली से कालिंदी कुंज होते हुए नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद जाते हैं। अब वाहन चालक केवल 15 मिनट में फरीदाबाद से कालिंदी कुंज पहुंच सकेंगे।
लाखों लोगों को होगा लाभ : गुर्जर
केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि यह एक्सप्रेसवे लाखों वाहन चालकों को राहत प्रदान करेगा। दिल्ली-आगरा हाईवे पर वाहनों का दबाव कम होगा और दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, हरिद्वार, हापुड़, बिजनौर, राजस्थान के अलवर, भरतपुर, दौसा, जयपुर और अन्य शहरों के लिए यात्रा सुगम हो जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है, जो पहले दिल्ली से मुंबई जाने में 24 घंटे से अधिक का समय लेता था, अब मात्र 12 घंटे में पूरा हो सकेगा। इससे फरीदाबाद के विकास और व्यापार में भी तेजी आएगी।
खोल दिए सभी एंट्री और एग्जिट प्वाइंट
एक्सप्रेस-वे पर चढ़ने और उतरने के सभी एंट्री और एग्जिट प्वाइंट को पत्थरों से बंद किया गया था, जिन्हें शुक्रवार को हटा दिया गया। अब वाहन चालक बाईपास पर स्थित सेक्टर-30 ऐतमादपुर, सेक्टर-28, बसेलवा कॉलोनी, खेड़ी पुल, बीपीटीपी पुल, सेक्टर-2, और आईएमटी के पास के प्रवेश और निकासी प्वाइंट्स का उपयोग कर सकेंगे। इन स्थानों पर अंडरपास भी बनाए गए हैं।