बस न रोकने पर ग्रामीणों की ड्राइवर-कंडक्टर के बीच हुई बहस, लगाया जाम
बरनाला, 5 अक्तूबर (निस)
गांवों में सरकारी बसें न रोकने पर आए दिन सवारियों द्वारा हंगामे के मामले सामने आते रहते हैं। कुछ दिन पहले गांव असपाल कलां (धनौला) में एक डाक कर्मचारी ने गांव में बस न रोकने पर हंगामा किया था। इस पर ड्राइवर ने बस रोककर जाम लगा दिया था। बाद में पुलिस ने मामला शांत किया था। ताजा मामले में धनौला के पास पड़ते गांव कालेके में शनिवार को सरकारी बस न रोकने पर ग्रामीणों ने हंगामा किया। उन्होंने सरकारी बस को रोक लिया। इससे जाम लग गया जिससे लोग परेशान हुए। जानकारी के अनुसार सुबह के समय गांव कालेके के ग्रामीणों ने पीआरटीसी बुढलाडा डिपो की बस (नंबर पीबी 03 एएक्स 0897) जो भीखी से बरनाला जा रही थी, को गांव में रोक लिया। ग्रामीणों ने कंडक्टर और बस ड्राइवर से गांव में बस रोककने के बारे में पूछा, जिस पर उनकी बहस हो गई। महिला सवारियों की इस दौरान ड्राइवर और कंडक्टर से जमकर नोकझोंक हुई।
ड्राइवर जसविंदर सिंह अौर कंडक्टर अमृतपाल सिंह ने बस को बीच सड़क खड़ा कर जाम लगा दिया। इससे बठिंडा-चंडीगढ़ रोड पर वाहनों की कतारें लग गई। इस दौरान किसी राहगीर ने पुलिस को सूचित किया। मौके पर पहुंचे धनौला थाने के प्रभारी गुरजंट सिंह व कांस्टेबल रेशम सिंह ने जाम खुलवाया और दोनों पक्षों में राजीनामा करवा दिया। राजीनामे के तहत बस का टाइम मिस होने से नुकसान हुआ उसके 2500 रुपए गांव के पूर्व सरपंच सुखदेव सिंह कालेके ने बस के कंडक्टर को दिए। इसके बाद बस अपने गंतव्य पर रवाना हो गई।