‘मीडिया शिक्षण में नये अध्ययन क्षेत्र शामिल करने की जरूरत’
रोहतक, 12 अप्रैल (हप्र)
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि आज जरूरत है कि मीडिया शिक्षण में वैश्विक नूतन अध्ययन क्षेत्रों तथा रुझानों को शामिल किया जाए। डाटा जर्नलिज्म, एआई आधारित संचार, डिजिटल मीडिया संचार समेत अन्य नवीनतम मीडिया टेक्नोलॉजी का समावेश पत्रकारिता एवं जनसंचार पाठ्यक्रमों में करना होगा। वहीं, स्किल एनहांसमेंट, एबिलिटी एनहांसमेंट, वेल्यू एडिशन तथा वोकेशनल कोर्सेज पर भी विशेष फोकस करना होगा। प्रो. राजबीर सिंह मदवि में आयोजित मीडिया एजुकेशन इन कॉन्टेक्स्ट ऑफ एनईपी 2020: द रोड मैप अहेड विषयक एक दिवसीय राज्य स्तरीय मंथन बैठक की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे। भविष्योन्मुखी मीडिया शिक्षण की रूपरेखा प्रो. राजबीर सिंह ने अपनी प्रस्तुति में दी। गुरु जंभेश्वर विवि, हिसार के प्रो. मनोज दयाल, आईएमसीएमटी, कुरुक्षेत्र विवि की प्रो. बिंदु शर्मा, केंद्रीय विवि, महेन्द्रगढ़ के डा. अशोक कुमार, चौ. देवी लाल विवि, सिरसा के डा. अमित सांगवान तथा जेसी बोस वाईएमसीए यूनिवर्सिटी, फरीदाबाद के डा. पवन सिंह ने इस बैठक में भाग लेते हुए महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
कार्यक्रम के प्रारंभ में पत्रकारिता एवं जनसंचार विभागाध्यक्ष प्रो. हरीश कुमार ने स्वागत भाषण दिया। प्रो. हरीश कुमार ने कहा कि यह राज्य स्तरीय मीडिया शिक्षण मंथन बैठक प्रदेश में मीडिया शिक्षण को लेकर एक साझा रणनीति तैयार करने में मददगार होगी। कार्यक्रम का समन्वयन प्राध्यापक सुनित मुखर्जी ने किया।