पराली जलाने के मामलों में गत् वर्ष की तुलना में 50 प्रतिशत की कमी!
शाहाबाद मारकंडा, 24 अक्तूबर (निस)
कृषि विभाग के डिप्टी डायरेक्टर कर्मचंद ने जानकारी दी है कि पराली जलाने की घटनाओं में कुरूक्षेत्र जिला में गत् वर्ष की तुलना में 50 प्रतिशत की कमी आई है। इसका उदाहरण यह भी है कि पूरे कुरूक्षेत्र जिला में 3 लाख 20 हजार एकड़ भूक्षेत्र में धान बोई जाती है और मात्र 90 स्थानों पर ही पराली जलाने के मामले सामने आए हैं जो 1 प्रतिशत से भी कम बनता है। उन्होंने बताया कि शाहाबाद क्षेत्र में 12 स्थानों पर पराली की आगजनी की घटनाएं मिलीं, संबंधित किसानों के विरूद्ध थानों में नियमानुसार एफ.आर.आई.आर. दर्ज करवाई गई है। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग के पास मशीनों की कोई कमी नहीं है जिन पर 50 से 80 प्रतिशत तक सब्सीडी भी दी जा रही है, किसान इसका लाभ उठाएं। कृषि विभाग के अधिकारी व कर्मचारी नित्य प्रति पराली न जलाने बारे किसानों को प्रेरित व जागरूक करवा रहे हैं और अपील की है कि किसान पराली न जलाएं। उन्होंने कहा कि वास्तव में पराली जलाने को लेकर सरकार व कृषि विभाग के प्रयास रंग ला रहे हैं।