नीली से मुकाबले में आई पीली चिड़िया हुई फुर्र
नयी दिल्ली, 3 जुलाई (एजेंसी)
सोशल मीडिया दिग्गज ट्विटर (अब एक्स) के भारतीय जवाब के रूप में पेश किए गए घरेलू मंच ‘कू’ (जिसका लोगाे पीली चिड़िया था) वित्तीय व्यवस्था न कर पाने के कारण अब बंद हो जाएगा। कू के सह-संस्थापकों द्वारा किए गए इस ऐलान के साथ ही कू के कारोबार पर पर्दा गिर गया। भारत में इसकी लोकप्रियता 2021 के आसपास ट्विटर के साथ भारत सरकार के विवादों के दौरान काफी तेजी से बढ़ी थी। उस समय कई केंद्रीय मंत्रियों, राजनेताओं और सरकारी विभागों ने भी कू पर अपने खाते खोले थे। अपने तेज विकास के दिनों में कू के साथ लगभग 21 लाख दैनिक सक्रिय उपयोगकर्ता और लगभग एक करोड़ मासिक सक्रिय उपयोगकर्ता जुड़े हुए थे। उस समय इसे टाइगर ग्लोबल, एक्सेल, 3वन4 कैपिटल और कलारी कैपिटल जैसे प्रमुख निवेशकों का समर्थन था। सह-संस्थापक अप्रमेय राधाकृष्ण और मयंक बिदावतका ने ‘लिंक्डइन’ पर कहा कि ‘कू’ की ‘छोटी पीली चिड़िया’ अंतिम विदाई दे रही है।
दोनों सह-संस्थापकों ने लिखा, 'हमने कई बड़ी इंटरनेट कंपनियों, समूहों और मीडिया घरानों के साथ साझेदारी की संभावना तलाशी, लेकिन इन वार्ताओं से मनचाहा परिणाम नहीं निकल पाया।' उन्होंने कहा कि वे इस एप को चालू रखना चाहते थे लेकिन इसके लिए जरूरी प्रौद्योगिकी सेवाओं की लागत अधिक है लिहाजा इसके बारे में फैसला करना काफी कठिन था।