जनप्रतिनिधियों की कार्यशैली में लाना होगा निखार : कल्याण
चंडीगढ़, 21 जनवरी (ट्रिन्यू)
हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने बिहार की राजधानी पटना में आयोजित पीठासीन अधिकारियों के 85वें अखिल भारतीय सम्मेलन (एआईपीओसी) में विधान मंडलों की गुणवत्ता बढ़ाने का आह्वान किया है। कल्याण ने कहा कि विधान मंडलों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए हमें माननीय सदस्यों की कार्यशैली में निखार लाना होगा। इसके लिए नियमित रूप से योजनाबद्ध ढंग से प्रयास करने होंगे।
सम्मेलन में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राज्यसभा के उप-सभापति हरिवंश समेत देशभर के सभी विधान मंडलों के पीठासीन अधिकारी मौजूद रहे। समापन समारोह को बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने संबोधित किया। इस दौरान हरियाणा विधानसभा के उपाध्यक्ष डॉ़ कृष्ण मिड्ढा ने भी विधायी प्रक्रियाओं पर अपने विचार साझा किए। सम्मेलन के दौरान हरविन्द्र कल्याण ने ‘संविधान की 75वीं वर्षगाठ : संवैधानिक मूल्यों को सशक्त बनाए रखने में संसद एवं राज्य विधान मंडलों का योगदान’ विषय पर विस्तार से विचार रखे।
उन्होंने कहा कि हमारा देश तेजी से नई ऊंचाइयों को छू रहा है। हम सभी को आज इस पवित्र मंच से संकल्प लेना चाहिए कि हमारे संविधान निर्माताओं ने जिस प्रकार परिश्रम और तप से अपना सर्वश्रेष्ठ देश को दिया है, उसी प्रकार हमें भी देश हित को प्रथम वरीयता पर रख कर कार्य करना चाहिए। हरविन्द्र कल्याण ने विधायी कामकाज के अनुभवों को साझा किया। इस दौरान उन्होंने संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ़ राजेंद्र प्रसाद के शब्दों को दोहराते हुए कहा वे लोग सौभाग्यशाली हैं, जिन्हें इस संविधान को चलाने का दायित्व मिला है। उन्होंने कहा कि हम सब को प्रतिबद्धता के साथ सफलतापूर्वक इस जिम्मेदारी को निभाना चाहिए। उन्होंने आह्वान किया कि हमें महिलाओं और युवा वर्ग की सहभागिता सुनिश्चित करनी होगी। उन्होंने कहा कि कोई भी बड़ा कार्य जनभागीदारी से ही सिरे चढ़ सकता है। उन्होंने कहा कि डॉ़ अम्बेडकर ने लोकतंत्र के तीनों प्रमुख अंगों के कार्य और शक्तियां स्पष्ट रूप से परिभाषित की हैं। उन्होंने कहा था कि विधान-मंडलों को कोई भी विधि बनाने की स्वतंत्रता होगी। कार्यपालिका को कोई भी विनिश्चय करने की स्वतंत्रता होगी, तथा उच्चतम न्यायालय को विधि का कोई भी विवेचन करने की स्वतंत्रता होगी। विधान मंडलों की सफलता माननीय सदस्यों की कार्यशैली और उनकी योग्यता पर निर्भर करती है। उन्होंने कहा कि हरियाणा विधान सभा की ओर से अपने सदस्यों की कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए 15वीं विधान सभा का पहला सत्र शुरू होने से ठीक पहले 12 नवंबर को प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसके साथ ही उन्होंने घोषणा कि हरियाणा विधान सभा की ओर से आगामी 5 और 6 फरवरी को प्रदेश के विधायकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। बीती 8 और 9 जनवरी को हरियाणा विधानसभा के कर्मचारियों के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।