चुनाव नतीजों से पाला बदलने वाले ‘मौसम वैज्ञानिक’ भी हुए फेल
रेवाड़ी, 12 अक्तूबर (हप्र)
पूरे प्रदेश में अंदरखाने चल रही भाजपा की लहर का अंदाजा जहां टीवी चैनलों के सर्वेयर नहीं लगा सके, वहीं राजनीति के धुरंधर खिलाड़ी व पंडित भी इस मामले में गच्चा खा गए। सभी की जुबान पर एक ही बात थी कि ‘भाजपा जा रही है, कांग्रेस आ रही है।’ लेकिन जब ईवीएम से जनादेश निकला तो प्रदेश ही नहीं, पूरा देश अवाक रह गया। कांग्रेस की हवा देखकर रेवाड़ी सहित समूचे दक्षिणी हरियाणा में भाजपा से जबरदस्त पलायन हुआ था।
कांग्रेस की लहर मान पाला बदलकर अपना राजनीतिक भविष्य संवारने के लिए कांग्रेस में गए बड़े-बड़े नेताओं व कार्यकर्ताओं को आज अपने फैसले पर पछतावा हो रहा होगा।
जिला रेवाड़ी में जिला परिषद के पूर्व चेयरमैन सतीश यादव पार्टी छोड़कर आम आदमी पार्टी के टिकट पर व पूर्व जिला पार्षद प्रशांत सन्नी यादव निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे। भाजपा प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह यादव के हाथों दोनों की जमानतें जब्त हो गई। इसी तरह, कोसली से चुनावों की घोषणा से कुछ समय पूर्व पूर्व मंत्री जगदीश यादव, मतदान से दो दिन पूर्व पूर्व मंत्री बिक्रम यादव ठेकेदार व जिला पार्षद सुरेन्द्र माड़िया कांग्रेस में शामिल हो गए। जगदीश यादव कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े और भाजपा प्रत्याशी अनिल यादव डहीना से हार गए। भाजपा छोड़ने वालों में सबसे अधिक चौकाने वाला नाम रामपाल यादव का है। वे पार्टी के वरिष्ठ व किसान मोर्चा के दशकों तक पदाधिकारी रह चुके थे। वे आरएसएस व भाजपा के मजबूत स्तंभ माने जाते थे। वे भी मतदान से तीन-चार दिन पूर्व कांग्रेस में शामिल हो गए थे।