पीड़िता दलित, मानवाधिकार आयोग ने मांगी रिपोर्ट
अमन सूद/ ट्रिन्यू
पटियाला, 10 अप्रैल
नाभा के एक सरकारी कॉलेज में 18 वर्षीय दलित छात्रा से कथित गैंग रेप की वारदात को लेकर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने रिपोर्ट तलब की है। वहीं, पुलिस ने एफआईआर में एससी/एसटी एक्ट जोड़ दिया है।
पीड़िता के पिता ने कहा, ‘मेरी बेटी का जीवन में कुछ बड़ा करने का सपना था। दिहाड़ी मजदूर होने के बावजूद मैंने उसकी अच्छी उच्च शिक्षा सुनिश्चित की। किडनी की बीमारी के कारण उसका वजन मुश्किल से 32 किलोग्राम है। अब मैं उसे कभी कॉलेज नहीं भेजूंगा।... मैं एक दलित हूं और अपने रिश्तेदारों के तमाम विरोध के बावजूद मैं हमेशा चाहता था कि मेरी बेटी अफसर बने। लेकिन उसके और मेरे सपने खत्म हो गए हैं।’
अब अपनी एक करीबी रिश्तेदार के साथ रह रही पीड़िता का कहना है कि उसके साथ जो हुआ और वह भी कॉलेज के अंदर, उससे वह टूट गई है। पीड़िता ने अपने अभिभावकों को बताया कि तीनाें आरोपियों ने बारी-बारी से बलात्कार किया और हत्या की धमकी देते हुए कहा कि वह दोबारा भी गैंग रेप कर सकते हैं। पीड़िता के पिता ने कहा, अजीब बात है कि सैकड़ों छात्र वहां पढ़ते हैं लेकिन कोई भी उसके बचाव में नहीं आया।
आरोप के अनुसार, 27 मार्च को कॉलेज के भीतर गैंग रेप करने के तीनों आरोपी आउटसाइडर हैं, लेकिन अकसर कॉलेज आते थे। पीड़ित छात्रा ने हिम्मत करके 7 अप्रैल को अपने माता-पिता को बताया और उसके बाद पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने 9 अप्रैल को एफआईआर दर्ज करने के बाद दो आरोपियों- दविंदर सिंह और रवनीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि हैरी की तलाश में पुलिस छापे मार रही है।