शिकायतकर्ता के घर पहुंचने से पहले ठीक हुई स्ट्रीट लाइट
गुरुग्राम, 2 दिसंबर (हप्र)
राज्य सरकार की ओर से लगाए जा रहे समाधान शिविर जनता की समस्याओं, शिकायतों के समाधान में उपयोगी साबित हो रहे हैं। जिला प्रशासन का दावा है कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के दिशा-निर्देश पर फिर से शुरू किए गए समाधान शिविर के चलते शिकायतकर्ताओं का विश्वास शासन-प्रशासन के प्रति बढ़ रहा है। समाधान शिविर में विभिन्न विभागीय सेवाओं से जुड़ी शिकायतों का एक ओर जहां मौके पर ही निवारण किया जा रहा है, वहीं मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने व परिवार पहचान पत्र से जुड़ी त्रुटियों को कुछ ही घंटों में दुरुस्त कर शिकायतकर्ता को राहत प्रदान की जा रही है।
शहर के सरस्वती एनक्लेव से आए रामबीर अत्री ने शिकायत में बताया कि उनकी कॉलोनी में दो गलियों में स्ट्रीट लाइट खराब हैं। इसके चलते राहगीरों को रात्रि के समय आवाजाही में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
डीसी अजय कुमार ने उनकी शिकायत पर त्वरित संज्ञान लेकर संबंधित अधिकारियों को निवारण की समय सीमा निर्धारित कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान जब शिकायतकर्ता समाधान शिविर से अपने घर पहुंचे तो उनकी समस्या का समाधान कर स्ट्रीट लाइट को ठीक कर दिया गया। इस पूरी प्रक्रिया में दो घंटे से भी कम समय लगा।
सोमवार को डीसी अजय कुमार ने समाधान शिविर में 27 शिकायतों की सुनवाई करते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि समाधान शिविर में आने वाली वृद्ध महिलाओं, बुजुर्गों और दिव्यांगजनों की समस्याओं को विशेष तवज्जो देते हुए निपटाएं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इस बात का ध्यान रखें कि लोगों को शिकायतों व समस्याओं के समाधान के लिए कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़ें। शिविर में गुरुग्राम के एसडीएम रविंद्र कुमार व सीटीएम दर्शन यादव सहित अन्य विभागों के अधिकारी व कर्मचारी भी मौजूद रहे।
दो अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस
नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त अशोक कुमार गर्ग ने समाधान शिविर में गांव झाड़सा से अवैध निर्माण संबंधी एक शिकायत की सुनवाई के दौरान सहायक अभियंता (एनफोर्समेंट) कृष्ण कुमार को रूल-8 के तहत कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश जारी किए। शिकायतकर्ता राहुल कुमार ने बताया कि उनके पड़ोसी द्वारा अवैध निर्माण किया जा रहा है, जिस बारे में वे 10 सितंबर से लगातार शिकायत कर रहे हैं, लेकिन संबंधित अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस पर निगमायुक्त ने तुरंत ही टेलीफोन से सहायक अभियंता से बात की तथा संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर कार्रवाई के निर्देश दिए। एक अन्य शिकायत की सुनवाई के दौरान शिकायतकर्ता महिलाओं ने बताया कि उनके क्षेत्र के कनिष्ठ अभियंता मिलन यादव फोन नहीं उठाते। इस पर निगमायुक्त ने अपने सामने ही फोन करने के लिए महिलाओं से कहा, जिस पर बार-बार फोन करने के बावजूद कनिष्ठ अभियंता द्वारा फोन नहीं उठाया गया। निगमायुक्त ने मौके पर ही कनिष्ठ अभियंता को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए।