श्रीकृष्ण की माखन चोरी तथा गोवर्धन पूजा की कथा श्रद्धालुओं को सुनाई
बड़ागुढ़ा, 20 जनवरी (निस)
श्री कृष्ण गोशाला रोड़ी में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के पांचवें दिन श्रीकृष्ण बाल लीला, कालिया मर्दन तथा गोवर्धन पूजा का सुंदर चित्रण किया गया। कथावाचक रमेश चन्द्र शास्त्री वृन्दावन वालों ने सोमवार के दिन भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाएं माखन चोरी तथा गोवर्धन पूजा की कथा श्रद्धालुओं को सुनाई। उन्होंने कहा कि भगवान की लीलाएं मानव जीवन के लिए प्रेरणादायक हैं।
भगवान कृष्ण ने बचपन में अनेक लीलाएं की। बाल कृष्ण सभी का मन मोह लिया करते थे। नटखट स्वभाव के चलते यशोदा मां के पास उनकी हर रोज शिकायत आती थी। मां उन्हें कहती थी कि प्रतिदिन तुम माखन चुरा के खाया करते हो, तो वह तुरंत मुंह खोलकर मां को दिखा दिया करते थे कि मैंने माखन नहीं खाया। शास्त्री ने कहा कि भगवान कृष्ण अपने सखाओं और गो ग्वालों के साथ गोवर्धन पर्वत पर गए थे। वहां पर गोपिकाएं 56 प्रकार का भोजन रखकर नाच-गाने के साथ उत्सव मना रही थीं।
भगवान कृष्ण ने कहा कि इंद्र में क्या शक्ति है। उनसे अधिक शक्तिशाली तो हमारा गोवर्धन पर्वत है। इसके कारण ही वर्षा होती है, अत: हमें इंद्र से बलवान गोवर्धन की पूजा करनी चाहिए। कथा के अंत में संत सीताराम सहित अन्य भक्तजनों ने संयुक्त रूप से आरती में भाग लिया। इस मौके पर सतपाल गोयल, सुखविन्द्र सिंह सुखी, जगवंत सिंह, विन्द्र सिंह, रणजीत सिंह, भागीरथ जिंदल उपस्थित रहे।