गांव बिगड़वाल के लोगों का अमन अरोड़ा के घर के समक्ष धरना जारी
संगरूर, 29 सितंबर (निस)
गांव बिगड़वाल की सरपंची अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित करने के बाद बिगड़वाल गांव के लोगों ने सुनाम में हलका विधायक और कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा के घर के सामने धरना जारी रखा। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि अगर सरपंची को अनुसूचित जाति से बदलकर सामान्य वर्ग में नहीं किया गया तो गांव के लोग राज्य की सत्ताधारी पार्टी और वोटों का बहिष्कार करेंगे। उन्होंने कहा कि गांव के लोगों ने बाकायदा बैठक कर सर्वसम्मति से सामान्य वर्ग के युवाओं को सरपंच और पंच के रूप में चुना है, लेकिन सरपंच को अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित कर दिया है। खास बात यह है कि सरपंची को लेकर चल रहे संघर्ष में बड़ी संख्या में गांव बिगरवाल के अनुसूचित जाति के लोग भाग ले रहे हैं। शुक्रवार को कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा के आवास के सामने धरने के चौथे दिन बोलते हुए रमनप्रीत सिंह, बलकार सिंह, गुरमीत सिंह, गुरचरण सिंह और गोबिंद सिंह नंबरदार ने कहा कि अगर सरपंची सामान्य वर्ग के लिए नहीं हुई तो ग्रामीण आंदोलन करेंगे। उन्होंने बताया कि 23 सितंबर को गांव बिगरवाल में पंचायत बनाने के लिए बुजुर्गों की सर्वसम्मति से बैठक हुई थी और इसमें सरपंच के लिए सामान्य वर्ग के रमनप्रीत सिंह के नाम पर सहमति बनी थी और पंच नियुक्त करने का फैसला भी लिया गया था। बाद में जब पंचायत चुनाव की घोषणा हुई तो गांव बिगड़वाल सरपंच अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित कर दिया गया, इस फैसले से गांव के लोगों में सरकार के प्रति नाराजगी है।