12 घंटे स्ट्रेचर पर तड़पता रहा मरीज, तोड़ा दम
फरीदाबाद, 23 अक्तूबर (हप्र)
बादशाह खान सिविल अस्पताल में डॉक्टरों की कथित लापरवाही के चलते घायल मरीज की जान चली गई। घटना मंगलवार की है। घायल को इलाज के लिए बादशाह खान सिविल अस्पताल में लाया गया था। करीब 12 घंटे तक स्ट्रेचर पर रहने के बावजूद किसी डॉक्टर ने उसे इलाज के लिए न तो भर्ती किया और न ही उसे अन्य अस्पताल के लिए रेफर किया। आपातकालीन वार्ड के स्ट्रेचर पर ही घायल ने तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया।
मृतक की पत्नी कुसुम लता ने बताया कि उसके पति दिनेश चंद्र दिल्ली के कपासेडा में रह रहे थे जबकि वह अपनी मां के पास फरीदाबाद के गांव भूपानी आई हुई थी। कुसुम लता के मुताबिक बीते कल सुबह उसे फोन आया कि दिनेश बाथरूम में फिसल कर गिर गए हैं। उसकी आंखों में चोट लगी है। उसके बाद वह साकेत गई और दिनेश का प्राथमिक इलाज करा कर फरीदाबाद के बल्लभगढ़ सिविल अस्पताल में लेकर आई। वहां डॉक्टर ने उसे बादशाह खान अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।
कुसुम के मुताबिक बादशाह खान अस्पताल में वह मंगलवार सुबह लगभग 10 बजे आ गई थी लेकिन उसके पति दिनेश को डॉक्टर ने कार्ड पर ही रखा और केवल एक ग्लूकोस उसे लगाई। सुबह से शाम तक डॉक्टर ने न तो उसके पति दिनेश को भर्ती किया और न ही उन्हें रेफर किया। इसके चलते रात लगभग 9 बजे उसके पति ने दम तोड़ दिया। कुसुम लता और उसकी मां वीरवती ने अस्पताल के डॉक्टरों को दिनेश की मौत का जिम्मेदार ठहराया है।
इस मामले में जब बादशाह खान सिविल अस्पताल के आरएमओ डॉक्टर रोहित गौड़ से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है। जानकारी जुटाने के बाद ही वह कुछ स्पष्ट रूप से बता पाएंगे।