श्री अकाल तख्त साहिब का आदेश शिरोधार्य : सुखबीर
गुरतेज प्यासा/निस
संगरूर, 13 नवंबर
शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल बुधवार को श्री अकाल तख्त साहिब पर फरियादी पत्र लेकर नतमस्तक हुए। श्री अकाल तख्त साहिब से तनखैया घोषित होने के बाद सुखबीर सिंह बादल पहले ही जत्थेदार साहिब को स्पष्टीकरण पत्र दे चुके हैं। बुधवार को फिर से सुखबीर ने जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी रघबीर सिंह की अनुपस्थिति में सचिवालय अधिकारियों को अपना फरियाद पत्र सौंपा।
इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुखबीर ने कहा कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर जत्थेदार से अनुरोध किया है कि उनके मामले में शीघ्र निर्णय लें। वह श्री अकाल तख्त साहिब के आदेश को शिरोधार्य करेंगे। गौरतलब है कि सिख धर्म में तनखैया घोषित के मामले का निपटारा धार्मिक दंड देकर ही पूरा किया जाता है। उल्लेखनीय है कि अकाली दल से बगावत करने वालों ने एक जुलाई को अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। पंज सिंह साहिब 15 जुलाई को श्री अकाल तख्त साहिब पर एकत्र हुए और 15 दिनों के भीतर स्पष्टीकरण मांगा। इसके बाद 24 जुलाई को सुखबीर सिंह बादल व्यक्तिगत रूप से पेश हुए और जत्थेदार रघबीर सिंह को स्पष्टीकरण सौंपा। बाद में सुखबीर बादल को तनखैया घोषित कर दिया गया।
कुर्सी टूटने से सुखबीर का पैर फ्रैक्चर
पत्र सौंपने के बाद सुखबीर जब उठने लगे तो कुर्सी टूट गयी और वह गिर गये। इसके चलते वह चोटिल हो गए। उस वक्त तो सुरक्षाकर्मियों की मदद से सुखबीर का काफिला रवाना हो गया, लेकिन रास्ते में दर्द होने के कारण सुखबीर बादल को श्री गुरु रामदास अस्पताल में ले जाया गया। बताया गया कि फ्रैक्चर के चलते सुखबीर के दाहिने पैर पर प्लास्टर चढ़ा दिया गया है।