मनुष्य जीवन का उद्देश्य केवल भगवान की प्राप्ति : रॉकी शर्मा
जगाधरी, 20 अक्तूबर (हप्र)
महात्मा मंगतराम मार्ग स्थित समता योगाश्रम में तीन दिवसीय 96वें वार्षिक समता संगत सम्मेलन रविवार को संपन्न हो गया। सम्मेलन में देश-विदेश में श्रद्धालु पहुंचे। शनिवार को अमेरिका से पधारे रॉकी शर्मा ने प्रवचन देते हुए कहा कि प्रभु प्रेम में कई बाधाएं आती हैं। जीव के गर्भ में आने का मूल कारण अहंकार है। शरीर की सुंदरता, अपने धन- बल या संबंधों पर अधिक भरोसा, मान-बड़ाई की चाहत, कर्तापन का भाव होना अहंकार ही है, जो किसी भी रूप में अंदर प्रकट हो सकता है। मनुष्य जीवन का उद्देश्य केवल भगवत प्राप्ति होना चाहिए। इस अवसर पर राॅकी शर्मा ने कहा कि सब जीवों से प्रेम रखना प्रभु का असीम प्रेम और चिरकाल तक शांति प्राप्त करने के ही साधन है। रविवार को अनुज वर्मा ने प्रचवन करते हुए कहा कि हम सब का यह अनुभव है कि जीवन की हर छोटी-बड़ी उपलब्धि, पढ़ाई, खेल ,व्यवसाय आदि सभी के लिए सही मार्गदर्शक की आवश्यकता होती है। आज के मिलावट के दौर में खालिस सतगुरु को पहचानना अत्यंत कठिन है। इस अवसर पर 3 हजार श्रद्धालुओं ने गुरु लंगर ग्रहण किया। सतगुरु महात्मा मंगत राम द्वारा दिए गए नियमों और साधनों पर दृढ़ता से कारबद्ध रहकर अपनी आत्मिक उन्नति का प्रण लेने के साथ सम्मेलन का समापन हुआ।