क्षमा मांगने वाले से क्षमा देने वाला होता है महान
रोहतक, 30 सितंबर (निस)
जैन समाज के दस लक्षण महापर्व शनिवार को सम्पन्न हो गए। क्षमावाणी महापर्व के अंतिम दिन श्रद्धालुओं ने विशेष अभिषेक, पूजा अर्चना की और एक दूसरे से क्षमा मांगकर और गले लगकर इस पर्व को मनाया।
सेक्टर-एक स्थित श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन गजरथ मन्दिर में श्रद्धालुओं ने भगवान मुनिसुव्रत का जलाअभिषेक किया। इस अवसर पर एलपीएस बोसार्ड के एमडी एवं समाजसेवी राजेश जैन ने कहा कि क्षमावाणी महापर्व सौहार्द, सौजन्यता और सद्भावना का पर्व है। आज विश्व मैत्री दिवस है। इस दिन एक दूसरे से क्षमा मांगकर मन में द्वेष की भावना को दूर किया जाता है। क्षमा मांगने वाले से क्षमा देने वाला महान होता है। इस अवसर पर उन्होंने सभी दस दिनों के निर्जल व्रतधारियों को भी सम्मानित किया।
इस अवसर पर विजय जैन, दीपा जैन, संध्या जैन, समद्धि जैन, रीटा जैन, राजीव जैन, डा. एस.के. जैन, भारत भूषण जैन, संतोष जैन, अश्विनी जैन, सिद्धार्थ जैन, शलैंद्र जैन, आर.के. जैन, विवेक जैन, विकास जैन, अनुज जैन, ट्रैसी जैन प्रमुख रूप से मौजूद रहे।