नहर से कट्टे में मिले शव की गुत्थी सुलझी, दंपति गिरफ्तार
गुरुग्राम, 11 जून (हप्र)
धनकोट नहर में कट्टे में बंद मिले शव के मामले में पुलिस ने 24 घंटे में वारदात को गुत्थी को सुलझाकर एक महिला व उसके पति को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस प्रवक्ता ने मंगलवार को बताया कि आरोपी पति-पत्नी उत्तर प्रदेश के जिला एटा के रहने वाले हैं। फिलहाल वे गुरुग्राम के सरस्वती एनक्लेव में रहते हैं। कल 10 जून को सुबह करीब 9.30 बजे एक व्यक्ति सेक्टर-99 द्वारका एक्सप्रेस-वे के पास नहर के टैलपानी जाल से कचरा निकाल रहा था।
सफाई के दौरान उसे जाल में एक कट्टा रुका हुआ दिखाई दिया। उसने अपने फावड़े से उसे हटाने की कोशिश की तो कट्टा खुल गया। उसमें एक शव था। उसने डॉयल-112 पर फोन कर पुलिस को शव की सूचना दी।
अपराध शाखा फर्रूखनगर इंजार्च उप-निरीक्षक अमित कुमार की टीम ने मृतक की पहचान के लिए व इस मामले में सूचनाएं एकत्रित करनी शुरू की। इस दौरान पता चला कि 10 जून को ही थाना सेक्टर-10 के क्षेत्र में एक व्यक्ति के गायब होने की शिकायत दी गई थी। इसी आधार पर पुलिस ने परिजनों से शव का शिनाख्त करवाई। चेहरा पहचान की हालत में नहीं था। ऐसे में परिजनों ने हाथ पर गुदे हुए अक्षर से शव की पहचान की। उसका नाम पुष्पेंद्र, निवासी नंगला लेखराज जिला फिरोजाबाद, उत्तर प्रदेश था। शव मिलने के 24 घंटे में ही पुलिस हत्यारोपियों तक पहुंच गई। पुलिस ने हत्या के आरोप में सरस्वती एनक्लेव निवासी नीलम व उसके पति
रामनिवास को काबू कर लिया। वे उत्तर प्रदेश के जिला एटा के गांव ससोतिया जगदीश के रहने वाले हैं।
पूछताछ में खुलासा हुआ कि नीलम के पति रामनिवास ने पत्नी के साथ मिलकर पुष्पेंद्र की हत्या की योजना बनाई। 8 जून को नीलम ने पुष्पेंद्र को रात 2 बजे अपने कमरे पर बुलाया और फिर पति-पत्नी ने मिलकर उसकी हत्या कर दी तथा शव को कट्टे में बांधकर धनकोट नहर में डाल दिया। पुलिस के डर से उन्होंने अगले ही दिन अपना कमरा भी बदल लिया था।