मुख्यमंत्री का फैसला हाईकमान ही करेगा : कुमारी सैलजा
चंडीगढ़, 12 सितंबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा में कांग्रेस के टिकट आवंटन के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री व सिरसा सांसद कुमारी सैलजा का बड़ा बयान सामने आया है। उनका कहना है कि हाईकमान जिसे भी टिकट दे देता है, वह सभी का होता है। सभी के मन का होता है। बेशक, टिकट वितरण के दौरान हर नेता अपने समर्थकों के लिए कोशिश करता है। हर हलके में टिकट के दावेदार अनेक होते हैं, लेकिन टिकट किसी एक को ही मिलता है। नई दिल्ली में एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान सैलजा ने साफ शब्दों में कहा कि टिकट वितरण होने के बाद सभी को मिलकर काम करना होता है। टिकट आवंटन में गुटबाजी और खींचतान की खबरों पर सांसद ने कहा कि हर व्यक्ति अपने-अपने कार्यकर्ताओं की पैरवी करता है। लेकिन एक बार हाईकमान का फैसला होने के बाद पार्टी का हर कार्यकर्ता उसको जिताने के लिए काम करता है।
सोशल मीडिया पर उनके (सैलजा) के इस्तीफे को लेकर वायरल हुई खबरों पर उन्होंने कहा कि यह तीन साल पुराना मामला है, जब मैंने इस्तीफा दिया था। विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर उन्होंने कहा, मैंने लोकसभा चुनाव से पहले ही कहना शुरू कर दिया था कि मैं विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती हूं। अंतिम फैसला पार्टी नेतृत्व को ही लेना होता है। जब उनसे पूछा कि ‘हाईकमान’ क्या होता है तो सैलजा ने कहा कि हाईकमान तो हाईकमान ही है। हाईकमान में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे हैं। राहुल गांधी द्वारा हरियाणा में आप और सपा के साथ गठबंधन के निर्देशों से जुड़े सवाल पर सैलजा ने कहा कि राहुल गांधी कभी निर्देश नहीं देते। वे केवल अपनी इच्छा व्यक्त करते हैं।
वैसे भी इंडिया गठबंधन केंद्रीय स्तर पर पहले से तय है। राज्य स्तर पर पहले तो कोई बात ही नहीं थी। कांग्रेस सभी नब्बे सीटों पर उम्मीदवार तय कर चुकी है।
प्रदेश में गुट विशेष को अधिक टिकट मिलने पर सीएम पद को लेकर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का फैसला हाईकमान ही तय करता है। उन्होंने कहा कि हरियाणा का इतिहास उठाकर देख लो पता चल जाएगा कि नेता कैसे चुना जाता है।