‘प्रदेश में चल रहा खर्चा करो और पर्चा आउट कराओ का खेल’
झज्जर, 2 अक्तूबर (हप्र)
राज्यसभसा सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने जजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि जो लोग हरियाणवी युवाओं को नौकरियों में 75 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने की बात करते थे, वही अब दूसरे राज्यों के युवाओं को ही सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता दे रहे हैं। हुड्डा सोमवार को गांव सिलानी में ग्रामीणों द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि हरियाणा में योग्यता को दरकिनार कर नोटों के बंडल देने की क्षमता के आधार पर नौकरियां बिक रही हैं। पर्ची और खर्ची की बात करने वाले अब ‘पर्चा और खर्चा’ यानी खर्चा करो और पर्चा आउट कराओ का खेल कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में ऐसी कोई भर्ती नहीं हुई जिसका पेपर लीक या परीक्षा रद्द न हुई हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश की भाजपा-जजपा सरकार रोजगार देने की बजाय बेरोजगारी दर के रिकॉर्ड बना रही है। साढ़े 9 साल में शायद ही कोई भर्ती हुई हो जो बेदाग रही हो। यदि कोई भर्ती हुई भी तो उसमें ज्यादातर नौकरी हरियाणा के युवाओं को देने की बजाय हरियाणा से बाहर के युवाओं को दी गई। ऐसे नियम बनाए गए जिससे हरियाणा के युवा अपने आप भर्ती लिस्ट से ही बाहर हो जाएं, जबकि दक्षिण भारत एवं पूर्वोत्तर के राज्यों सहित अन्य राज्य, पंजाब, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, गुजरात, महाराष्ट्र अपने राज्य के युवाओं के हितों की रक्षा करते हैं। लेकिन, हरियाणा में भीषण बेरोजगारी झेल रहा युवा सरकार की भेदभावपूर्ण नीतियों का शिकार हो रहा है।
एचसीएस में पास किए केवल 61 उम्मीदवार
सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि एचसीएस एलाइड सर्विस की मुख्य परीक्षा में 100 पदों के लिये सिर्फ 61 उम्मीदवारों को ही पास किया गया और कई अभ्यर्थियों का आरोप है कि पिछले साल के प्रश्नों को कॉपी पेस्ट कर पूरी प्रक्रिया में सुनियोजित घपले को अंजाम दिया गया है। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा के जो युवा यूपीएससी जैसे एग्ज़ाम पास करके देश की सेवा कर रहे हैं क्या वो एचसीएस परीक्षा पास नहीं कर पाएंगे! एचपीएससी के इन नतीजों से हरियाणा के लाखों युवाओं के सपने चकनाचूर हो गये हैं।