जिला सोनीपत 65 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में बंद
सोनीपत, 5 अक्तूबर (हप्र)
जिले में शनिवार को मतदाताओं ने 65 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में बंद कर दिया। ग्रामीण मतदाताओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। वहीं शहरी मतदाता वोटिंग के प्रति उदासीन रहे। जिले में ओवरऑल 65.6 प्रतिशत मतदान हुआ।
गन्नौर विधानसभा सीट पर बंपर वोटिंग हुई, यहां 71.9 प्रतिशत मतदान हुआ। सोनीपत विधानसभा सीट पर वोटर मतदान के लिए घरों से कम निकले। सोनीपत विधानसभा सीट को शहरी सीट माना जाता है क्योंकि यहां पर अधिकतर हिस्सा शहर का लगता है, वहीं अन्य सीटों पर ग्रामीण अंचल अधिक शामिल है। जिले में छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण रहा। मतदान के दौरान जिले में सुरक्षा के कड़े इंजताम किए गए थे।
जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. मनोज कुमार और पुलिस आयुक्त सतेंद्र गुप्ता ने लघु सचिवालय में बनाए गए कंट्रोल रूम में मौजूद रहकर सभी 6 सीटों पर मतदान की निगरानी की। ग्रामीण क्षेत्र में महिलाओं ने घूंघट की ओट से अपने मताधिकार का प्रयोग किया। युवाओंं, बुजुर्गों के साथ पहली बार वोट डालने वाले मतदाताओं ने मतदान के बाद खुशी जाहिर की।
जिले में सुबह 7 बजे मतदान शुरू हो गया था। पहले एक घंटे में जिले में कई जगह ईवीएम में खराबी की सूचनाएं मिली, जिन्हें मतदान केंद्रों पर तैनात कर्मचारियों ने तुरंत बदलकर मतदान सुचारु कराया।
जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. मनोज कुमार और पुलिस आयुक्त सतेंद्र गुप्ता ने कई गांवों के दर्जनों मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने गांव लाठ, रूखी, नगर, गोहाना सहित सोनीपत में केंद्रों पर किए गए प्रबंधों का जायजा लिया। पुलिस आयुक्त ने कानून-व्यवस्था की समीक्षा की। इस मौके पर डीसीपी नरेंद्र सिंह, एसीपी राहुल देव सहित पुलिस विभाग के विभिन्न अधिकारी मौजूद रहे। वहीं उत्तर प्रदेश होमगार्ड के डीआईजी संजीव शुक्ला ने शहर के मतदान केंद्रों का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।
कंट्रोल रूम से बूथों पर रखी गई नजर : लघु सचिवालय में बनाए गए कंट्रोल रूम में मौजूद रहकर जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. मनोज कुमार और पुलिस आयुक्त सतेंद्र गुप्ता ने वेब कास्टिंग के जरिये पूरे जिले के सभी 1291 बूथों पर नजर रखी। कंट्रोल रूम में निगरानी का जिम्मा नगराधीश रेणुका नांदल के हवाले था।
महिलाओं ने घूंघट की ओट से की वोट की चोट : शहर और गांवों में महिलाओं ने मतदान में बढ़-चढक़र भाग लिया। सोनीपत के सेक्टरों में बने मतदान केंद्रों पर महिलाएं अपने पतियों व अन्य रिश्तेदारों के साथ ही मार्निंग वॉक के बाद सीधे बूथों पर पहुंची और अपने मताधिकार का प्रयोग किया। कामकाजी महिलाओं ने 11 बजे तक अपने घरों व अन्य काम निपटाकर बूथों पर पहुंचकर मतदान किया।
दूसरी ओर गांवों में महिलाओं ने घरेलू कामों से निपटकर दोपहर तक बूथों पर पहुंचकर मतदान किया। कई ग्रामीण महिलाओं ने घूंघट की ओट से वोट की चोट की। शहर में सुबह तो गांवों में दोपहर में बूथों पर सबसे अधिक भीड़ लगी रही।
बाजार तो रहे बंद पर वोटर घर से कम निकले : मतदान के लिए सभी प्रतिष्ठानों और औद्योगिक इकाइयों के साथ बाजारों को बंद किया गया था। शहर में सभी बाजारों में दुकानें बंद रही लेकिन शहर में वोटिंग प्रतिशत सबसे कम रहा। रोजाना की तरह सडक़ों पर वाहन भी कम थे। सिर्फ मतदाता आवागमन कर रहे थे लेकिन शहर में अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए मतदाता वोट डालने कम निकले, इसलिए सोनीपत शहर में मतदान का प्रतिशत कम रहा। लोकसभा चुनाव में भी सोनीपत शहर में मतदान प्रतिशत कम रहा था।
पहले किया मतदान, फिर गया दुल्हन लेने
मतदान के प्रति अपने फर्ज का पालन करते हुए दूल्हे सुनील कुमार ने मिसाल कायम की। शनिवार को सोनीपत के जटवाड़ा के रहने वाले सुनील कुमार की शादी थी। सभी रस्मों को पूरा करते हुए तय समय पर बारात लेकर उत्तर प्रदेश के जिला शामली के कैराना पहुंचना था लेकिन वह मतदान के अपने फर्ज को पूरा करते हुए समय निकालकर जटवाड़ा के मतदान केंद्र में पहुंचा और वोट डाला। दोपहर में 3 बजे वह बारात लेकर कैराना के लिए रवाना हुए।