जींद में विकास के दावों की पोल खोल रहा बदहाल रोड
जींद, 16 जनवरी (हप्र)
जींद में जिस रोहतक रोड के निर्माण पर 5 करोड़ से ज्यादा की राशि खर्च हुई और जिसका खुद विधानसभा की सब्जेक्ट कमेटी ने मौके पर आकर निरीक्षण किया था, वह सड़क जींद के विकास के दावों को खोखला साबित कर रही है। शहर के देवीलाल चौक से यूनिवर्सिटी चौक तक की सड़क कभी नेशनल हाईवे का हिस्सा होती थी। बाद में यह सड़क लोक निर्माण विभाग को ट्रांसफर कर दी गई थी। लोक निर्माण विभाग ने लगभग 4 साल पहले 5 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत से रोहतक रोड का निर्माण करवाया था। रोहतक रोड के निर्माण की क्वालिटी इतनी घटिया थी कि सड़क निर्माण के दौरान ही 20 फीट गहरे तक जगह-जगह पर धंस गई थी। तब सड़क इस तरह धंसने को लेकर लोक निर्माण विभाग ने नगर परिषद को और नगर परिषद ने लोक निर्माण विभाग तथा जन स्वास्थ्य विभाग को जिम्मेदार ठहराया था। यह मामला विधानसभा स्पीकर तक पहुंचा था। विधानसभा के तत्कालीन स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने विधानसभा की सब्जेक्ट कमेटी को हांसी के भाजपा विधायक विनोद भयाना के नेतृत्व में जींद भेज कर रोहतक रोड के निर्माण के दौरान जगह-जगह पर 20 फीट गहरे तक धंस जाने की जांच करवाई थी। सब्जेक्ट कमेटी की जांच रिपोर्ट के बाद कुछ अधिकारियों पर खानापूर्ति के लिए कार्रवाई हुई थी, लेकिन कोई बड़ी कार्रवाई घोटाले में नहीं हुई थी।
निर्माण में हुआ घोटाला
जींद विकास संगठन के प्रधान राजकुमार गोयल का कहना है कि रोहतक रोड के निर्माण में करोड़ों का घोटाला हुआ। करोड़ों का घोटाला करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसका खामियाजा अब रोहतक रोड के दुकानदारों के साथ-साथ रोहतक रोड पर बनी दर्जन भर कॉलोनियों में रहने वाले और इस सड़क से आने-जाने वाले दूसरे हजारों लोगों को भुगतना पड़ रहा है। गोयल ने प्रशासन से मांग की है कि रोहतक रोड का नए सिरे से निर्माण करवाया जाए।