प्रदेश में 14394 मेगावाट तक पहुंची बिजली की मांग
सुरेंद्र मेहता/हप्र
यमुनानगर, 20 जून
राज्य में भीषण गर्मी और धान की रोपाई के कारण हरियाणा में बिजली की मांग बुधवार को 14394 मेगावाट के नए स्तर पर पहुंच गई। उत्तरी क्षेत्रीय लोड डिस्पैच सेल (एनआरएलडीसी) के अनुसार, बुधवार को दोनों बिजली कंपनियों ने 2934 लाख यूनिट बिजली की आपूर्ति की गई।
पिछले साल 2023-24 में हरियाणा में अधिकतम बिजली की मांग 13055 मेगावाट और 2022-23 में 12,768 मेगावाट थी। राज्य में जून में 14,287 मेगावाट, जुलाई में 14,262 मेगावाट, अगस्त में 13,811 मेगावाट और सितंबर में 13,548 मेगावाट की अधिकतम ऊर्जा मांग रहने की उम्मीद है, लेकिन इस महीने में गर्मी और धान सीजन की शुरुआत में यह अधिकतम सीमा को पार कर चुकी है।
धान सीजन के दौरान 3000 मेगावाट बिजली की कमी की उम्मीद है। हरियाणा विद्युत विनियामक आयोग (एचईआरसी) ने बिजली आपूर्ति की कमी को पूरा करने के लिए जुलाई, अगस्त और सितंबर के लिए क्रमशः 1640 मेगावाट, 1590 मेगावाट और 1740 मेगावाट बिजली खरीद की अनुमति दी है। मांग और आपूर्ति के बीच संभावित अंतर को देखते हुए, इन महीनों में बिजली की कमी बनी रह सकती है।
किसान नेता सतपाल कौशिक का कहना है कि बीजेपी सरकार की अव्यवस्था के कारण हरियाणा के लोगों को बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि घरेलू उपभोक्ता बार-बार बिजली कटौती और अलग-अलग अवधि के लोड शेडिंग का खामियाजा भुगत रहे हैं।