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नया चोला बदल रहा है धंधा-ए-एक्सपर्ट

06:45 AM Nov 12, 2024 IST

आलोक पुराणिक

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एक्सपर्टों के दिन अच्छे न चल रहे। अमेरिका में बहुत टॉप एक्सपर्ट कह रहे थे कि राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप हार जायेंगे, कमला हैरिस जीत जायेंगी। पर ट्रंप जीत गये, कमला हैरिस हार गयीं। पुराने एक्सपर्ट लोगों के धंधे मंदे हो रहे हैं। पुराने खलीफा लोग नये हालात समझ नहीं पा रहे हैं। लफड़े नये-नये आ गये हैं, उन्हें समझने के तौर-तरीके पुराने हो गये हैं।
अमेरिका में पुराने अखबार ट्रंप के खिलाफ थे, नये-नये यूट्यूबर ट्रंप के साथ थे। यूट्यूबर जीत गये, वक्त बदल रहा है। जो एक्सपर्ट नहीं बदलेगा, वह निपट लेगा, निपट क्या लेगा, निपट लिया है। अमेरिका में बड़के-बड़के बुद्धिजीवी गलत साबित हुए।
नये-नये खिलाड़ियों वाली टी-20 क्रिकेट टीम मैच जीत रही है, पुराने एक्सपर्ट क्रिकेटरों की टेस्ट टीम न्यूज़ीलैंड से सारे टेस्ट मैच हार गयी। नये वाले जीत रहे हैं, पुराने वाले हार रहे हैं। धंधा बदल रहा है।
पुराने वाले परेशान हैं, हर धंधे में। साहित्य में अस्सी साल वाले साहित्यकार कह रहे हैं कि हम जो लिख गये हैं, वो फाइनल है, उनके जैसा कौन लिख सकता है। नये बच्चे कुछ नहीं जानते। साहित्यकारों की अस्सी साल बाद की पीढ़ी के ठीक पीछे साठ साल वालों की पीढ़ी है, साठ साल वाले बच्चे तो नहीं माने जा सकते। पर अस्सी साल वाले साठ साल वालों को जगह नहीं दे रहे हैं, साठ साल वाले चालीस साल वालों को जगह देने को तैयार नहीं दिखते। ऐसी सूरत में बीस साल वाला यूट्यूब पर चला जाता है, सोशल मीडिया में चला जाता है और हजारों पाठक खड़े कर लेता है। अब अस्सी वाला माने या नहीं, साठ साल वाले मानें या नहीं, बीस वाले के पास पाठक हैं। पुराने वाले रोते रहे हैं, नये वाले अपनी जगह बना चुके हैं। एक्सपर्ट, नेता, लेखक, कारोबार सब जगह यही हो रहा है।
नये वाले सब ले गये हैं। पुराने वालों का धंधा मंदा चल रहा है। अमेरिका में कमला हैरिस के साथ वो सब थे, जो पुराने प्रतिष्ठित अमेरिकन विश्वविद्यालयों से ताल्लुक रखते थे। पुराने विश्वविद्यालयों के ज्ञानियों को भरोसा था कि जो वो बोलेंगे, उसे ही सब मानेंगे। उसे ही सब सुनेंगे। पब्लिक ने पुरानों को सुनना ही बंद कर दिया। सारी पुरानी एक्सपर्टगिरी धरी की धरी रह गयी।
नये लफंडर यूट्यूबर के वीडियो को 80 लाख व्यूज मिल जाते हैं, पुराने एक्सपर्ट के यूट्यूब वीडियो को पांच व्यूज भी न मिल रहे हैं। पुराने एक्सपर्टों की इज्जत तब ही बच पा रही है जब वो यूट्यूब पर नहीं आ रहे हैं।

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