कांग्रेस-आप में वार्ता जारी, आज फैसला संभव
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 6 सितंबर
हरियाणा में कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन की बातचीत शुक्रवार को भी जारी रही। सीट बंटवारे पर पेच फंसा होने की वजह से कोई फैसला अभी तक नहीं हो पाया है। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के स्तर पर आप के नेताओं के साथ संवाद अभी भी टूटा नहीं है। कांग्रेस की हरियाणा इकाई बेशक, सभी नब्बे सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ने का दम भर रही है, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व इंडिया गठबंधन को साथ लेकर चलने की कोशिश में जुटा है।
कांग्रेस और आप के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर चल रहे मंथन के बीच यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने एक्स (ट्वीट) पर पोस्ट कर स्पष्ट कर दिया कि उन्हें अगर हरियाणा में सीट नहीं भी मिलती तो भी वे गठबंधन में चलेंगे। अखिलेश यादव ने कहा - हम हरियाणा के हित के लिए बड़े दिल से, हर त्याग-परित्याग के लिए तैयार हैं। अखिलेश की इस पोस्ट के बाद साफ हो गया है कि समाजवादी पार्टी हरियाणा में सीधे चुनाव लड़ने की बजाय गठबंधन के तहत कांग्रेस की मदद करेगी।
अखिलेश ने कहा - हरियाणा चुनाव में ‘इंडिया’ की एकजुटता नया इतिहास लिखने में सक्षम है। हमने कई बार कहा है और एक बार फिर दोहरा रहे हैं व आगे भी दोहराएंगे कि ‘बात सीट की नहीं जीत की है’। हरियाणा के विकास व सौहार्द की विरोधी ‘भाजपा की नकारात्मक, सांप्रदायिक, विभाजनकारी राजनीति’ को हराने में ‘इंडिया एलायंस’ की जो भी पार्टी सक्षम होगी, हम उसके साथ अपने संगठन और समर्थकों की शक्ति को जोड़ देंगे। अखिलेश ने स्पष्ट किया कि बात दो-चार सीटों पर प्रत्याशी उतारने की नहीं है, बात तो जनता के दुख-दर्द को समझते हुए उनको भाजपा की जोड़-तोड़ की भ्रष्टाचारी सियासत से मुक्ति दिलाने की है।
बातचीत सिरे न चढ़ने की भी खबरें आ रही सामने
वहीं नयी दिल्ली से इस तरह की खबरें भी आईं कि कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन सिरे चढ़ाना संभव नहीं है। ऐसे में बातचीत भी बंद हो गई है। लेकिन बाद में आप नेता राघव चड्ढा व कांग्रेस के भी कुछ नेताओं ने कहा कि अभी बातचीत जारी है। आप की ओर से हरियाणा में 10 सीटों की डिमांड की जा रही है। बताते हैं कि कांग्रेस की ओर से पांच सीटों की पेशकश पहले ही की जा चुकी है। माना जा रहा है कि पांच की बजाय 6 या अधिकतम 7 सीटों पर बातचीत सिरे चढ़ सकती है। शनिवार को निर्णायक फैसला हो सकता है।