नोजल शाम को उतारो, अगले दिन सुबह फिर लगाओ !
रेवाड़ी, 8 फरवरी (हप्र)
जिले के गांव बालधन कलां व बाबड़ौली के एक दर्जन खेतों से लाखों रुपये की पीतल की फव्वारा नोजल चोरी होने पर शिकायत लेकर गए किसानों को थाना प्रभारी ने ऐसी नसीहत दे डाली, जिसे सुनकर किसान भौचक्के रहे गए।
एसएचओ ने कहा कि चोरियों से बचना है तो खेतों में लगे पीतल के नोजल रोजाना शाम को उतार लो और सुबह फिर से लगाओ।
गांव बालधन कलां के पीड़ित किसान इंद्रजीत ने कहा कि उनके गांव व आसपास नोजल चोर गिरोह सक्रिय है। जब किसान रात को घर पर सो रहा होता है, तब इस गिरोह के सदस्य खेतों में घुसकर फसलों की सिंचाई के लिए लगाए गए पीतल के फव्वारा नोजल खोलकर ले जाते हैं। रात को बिजली मिलने के कारण ये फव्वारे चलाए जाते हैं और ये चोर चलते फव्वारे के बीच नोजल खोल लेते हैं।
उन्होंने कहा कि गांव के आधा दर्जन से अधिक खेतों से लाखों रुपये कीमत की नोजल चोरी हो चुकी है। जाटूसाना थाना में एफआईआर भी दर्ज कराई गई है। एफआईआर दर्ज कराने वाले पीड़ित किसान रणबीर सिंह ने कहा कि रात को उनके खेत के साथ-साथ किसान सुरेश, अजित, ओमप्रकाश, नवीन, रामनिवास बाबड़ौली, पप्पू बाबड़ौली आदि के खेतों से नोजल चोरी हुई है। इस बारे में डीएसपी कोसली जयसिंह ने कहा कि 2 एफआईआर दर्ज कर ली गई हैं। चोरों को शीघ्र ही पकड़ लिया जाएगा।
जींद के कैदियों का हुनर बढ़ा रहा सूरजकुंड मेले की शोभा
जींद (हप्र) : फरीदाबाद के सूरजकुंड मेले में जींद की जिला कारागार के कैदियों द्वारा बनाई गई भगवान राम, श्रीकृष्ण, राधा और अर्जुन की दिलकश पेंटिंग के साथ-साथ लकड़ी और लोहे का सामान मेले की शोभा बने हुए हैं। सूरजकुंड मेले में जींद की जिला कारागार में बंद कैदियों के हुनर को वह छोटे-बड़े 60 आइटम प्रदर्शित कर रहे हैं। इनमें जिला कारागार में सजा काट रहे संजीव उर्फ संजू के हाथों से बनी भगवान राम, कृष्ण, अर्जुन और राधा की पेंटिंग सबसे खास हैं। कैदी अमित और सोनू ने लकड़ी तथा लोहे से छोटे मंदिर, लकड़ी के कार्नर फ्लोर पॉट, कॉर्नर फ्लावर पॉट, मदर लव पेंटिंग, लोहे की मूविंग कुर्सी, लकड़ी की मूविंग कुर्सी, महिलाओं के कंधे पर लटकाने वाले बैग, टिफिन बॉक्स, सजावटी थाली, पेन स्टैंड, ताजमहल की पेंटिंग, बैलगाड़ी की पेंटिंग, उगते सूरज की पेंटिंग, औरत की कहानी बयां करती पेंटिंग और महिलाओं के सूट आदि बनाए हैं। जींद जिला कारागार अधीक्षक संजीव बुधवार का कहना है कि जेल में कैदियों के सुधार पर जेल प्रशासन का फोकस रहता है। जिस कैदी में किसी भी तरह का हुनर नजर आता है, उसे निखारने में पूरी मदद की जाती है।