जनता की सुध लो
पंजाब कांग्रेस के नेताओं और पंजाब के मुख्यमंत्री—सभी का एक ही एजेंडा है झूठे भाषण, आश्वासन या फिर अरूसा। जो मंत्री कभी अरूसा के साथ रहते थे आज उसकी निंदा करते हैं। कैप्टन अमरेंद्र सिंह गद्दी से उतर गए तो नेताओं को उनके दोष दिखने लगे। पंजाब के एक पूर्व वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी कैप्टन के विरुद्ध बोलते हैं। जो मंत्री आज केवल अरूसा की बात करते हैं, जनता की नहीं, महंगाई की नहीं, डेंगू की नहीं, मरीजों की नहीं, उनसे एक सवाल है कि क्या आपका परिवार डेंगूप्रूफ है। अगर आम जनता बीमार है तो यह तकलीफ किसी को भी हो सकती है। जितनी दवाएं काम आती हैं डेंगू से बचने के लिए, उन्हें सस्ता करो। किसी भी अस्पताल में जाओ—सारे बेड फुल हैं। लोग कर्ज लेकर इलाज करवा रहे हैं। उन्हें कुछ मत दो, उनका इलाज फ्री करवा दो। डेंगू पीड़ितों का इलाज करवाओ मुख्यमंत्री जी!
लक्ष्मीकांता चावला, अमृतसर
तार्किक पहल
देश के फौजी कश्मीर घाटी में आतंकवादियों को पकड़ने एवं उनका सफाया करने में लगे हुए हैं। महबूबा मुफ्ती एवं फारूक अब्दुल्ला बार-बार पाकिस्तान से बात करने की बात करते हैं। यह बात समझ से बाहर है। ऐसे में गृह मंत्री का कहना कि आतंकियों को पोषित करने वाले पाकिस्तान से बातचीत करने के बजाय मैं अपने देश के कश्मीरी युवाओं से बात करना ज्यादा पसंद करूंगा तो हमें उनकी बात समझ में आती है।
मनमोहन राजावत, शाजापुर
चिंता की बात
देश विकास की राह में पिछड़ता जा रहा है। वैश्विक भुखमरी सूचकांक के अनुसार दुनिया के 116 देशों में भारत का स्थान 101 है। भुखमरी के क्षेत्र में पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल भी हमसे बेहतर स्थिति में हैं। इसके लिए देश के सभी लोगों को जागरूक होने की आवश्यकता है। सरकार को भी बढ़ती आबादी पर नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
गीता कुमारी, सरहिंद, फतेहगढ़ साहब