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जीवंत कला का साकार मंच सूरजकुंड मेला : मुर्मू

06:54 AM Feb 03, 2024 IST
फरीदाबाद में शुक्रवार को सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले का शुभारंभ करतीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू। साथ हैं हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, मुख्यमंत्री मनोहर लाल, केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर व अन्य। - शिव कुमार

राजेश शर्मा/हप्र
फरीदाबाद, 2 फरवरी
सूरजकुंड मेले के नाम से प्रसिद्ध 37वां अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेला शुक्रवार को शुरू हो गया। मेला 18 फरवरी तक चलेगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रिबन काटकर मेले का उद्घाटन किया। इस अवसर पर हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और मुख्मयंत्री मनोहर लाल, केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, पर्यटन मंत्री कंवरपाल गुर्जर, परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा सहित अनेक लोग मौजूद रहे।
इस मौके पर राष्ट्रपति ने हरियाणा के ‘अपना घर’ पवेलियन का दौरा किया और हरियाणवी संस्कृति की झलक बिखेर रहे यंत्रों की बारीकी से जानकारी भी ली। राष्ट्रपति ने थीम स्टेट गुजरात के स्टॉलों का अवलोकन करते हुए शिल्पकारों से भी संवाद किया। राष्ट्रपति मुर्मू ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल व उनकी टीम की प्रशंसा की और उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा, ‘मेले का भागीदार देश तंजानिया की कलाकृतियों के जरिये अफ्रीकी संघ के साथ भारत की मजबूत भागीदारी उजागर होती है।’ मुर्मू ने पिछले साल अक्तूबर में तंजानिया की राष्ट्रपति सामिया सुलुहू हसन से बातचीत का भी जिक्र किया। मेले को जीवंत कला का साकार मंच बताते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि यह मेला हमारी सांस्कृतिक विविधता, परंपरा और नवीनता का उत्सव है। साथ ही हमारे शिल्पकारों को कला प्रेमियों से जोड़ने का प्रभावी मंच भी है। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान 20 करोड़ रुपये से ज्यादा का व्यापार होने की उम्मीद है। हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने राष्ट्रपति की उपस्थिति को गरिमामयी बताते हुए कहा कि ऐसे आयोजन से तंजानिया से हमारे द्विपक्षीय संबंध और मज़बूत होंगे। उन्होंने कहा कि यह बहुप्रतीक्षित कार्यक्रम निरंतर सफलता की ओर अग्रसर है।
राष्ट्रपति समेत सभी आगंतुकों का धन्यवाद करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि अरावली की पहाड़ियों की तलहटी में तोमर वंश के राजा सूरजपाल द्वारा बनवाया गया ऐतिहासिक सूरजकुंड रोमन शैली में बना है और उगते सूरज की आकृति का है। उगता सूरज प्रगति का प्रतीक माना जाता है। मुख्यमंत्री ने तंजानिया के कारीगारों और शिल्पकारों का स्वागत करते हुए कहा कि पूर्वी अफ्रीकी देश तंजानिया की कला और शिल्प निश्चित रूप से इस मेले में आकर्षण का केंद्र होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेष प्रयासों का उल्लेख करते हुए सीएम ने कहा कि कलाकृतियां आत्मनिर्भर भारत की सच्ची भावना को निरूपित करती हैं। इस अवसर पर केंद्रीय भारी उद्योग राज्य मंत्री कृष्ण पाल, पर्यटन मंत्री कंवरपाल गुर्जर, हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा, क्षेत्रीय विधायक सीमा त्रिखा, राजेश नागर, नरेंद्र गुप्ता, हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल, पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर, सीआईए चीफ आलोक मित्तल, सूरजकुंड मेला प्राधिकरण अध्यक्ष वी. विद्यावती, सूचनाए लोक संपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के महानिदेशक मंदीप सिंह बराड़ सहित अन्य सांसद और विधायक मौजूद रहे।

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